रांची: प्रदेश कांग्रेस ने कहा है कि देश में नौकरी-रोजगार की दुर्गति बरकरार है।
नेशनल क्राइम रिकॉर्ड ब्यूरो (एनसीआरबी) के आंकड़ों के अनुसार बेरोजगारी के कारण खुदकुशी करने वालों की संख्या किसानों के खुदकुशी की तादात से ज्यादा है।
देश के पढ़े-लिखे नौजवानों के माता-पिता उन्हें रिक्शा खींचने या मजदूरी करने या सड़क किनारे पकोड़े तलने पर मजबूर होता देख रहे हैं।
कांग्रेस के प्रदेश प्रवक्ता आलोक कुमार दुबे, लाल किशोरनाथ शाहदेव और राजेश गुप्ता ने बुधवार को कहा कि केंद्र सरकार की गलत नीतियों की वजह से कोरोना महामारी की दूसरी लहर में लाखों लोगों को आर्थिक तंगी की गिरफ्त में ला दिया है।
इस बार गांव के मुकाबले शहरी आबादी पर ज्यादा बुरा असर देखने को मिला है।
एक सर्वे के अनुसार दूसरी लहर के बाद पांच में से दो शहरी आबादी की आर्थिक स्थिति गड़बड़ा गयी है।
यानी 40 फीसदी लोग आर्थिक तंगी का सामना कर रहे हैं।
क्रेडिट इन्फॉर्मेशन कंपनी (सीआईसी) की एक रिपोर्ट के अनुसार देश की कुल 40 करोड़ कामकाजी आबादी के करीब आधे लोग कर्जदार हो गये है।
केंद्र सरकार की गलत नीतियों के कारण लोगों में निराशा और हताशा की भावना उत्पन्न हुई है।