रांची: Ranchi-Howrah Shatabdi Express रांची से 80 किलोमीटर प्रति घंटे से रफ्तार से चली रांची-हावड़ा शताब्दी एक्सप्रेस सोमवार को दुर्घटनाग्रस्त होने से बाल-बाल बच गई।
हावड़ा जा रही यह ट्रेन गंगाघाट स्टेशन के निकट पटरी पर रखी विंच मशीन से टकरा गई।
हालांकि, लोको पायलट ने सूझबूझ से काम लिया और समय रहते ब्रेक लगाकर ट्रेन की गति कम कर दी।
फिर भी टक्कर इतनी जोरदार थी कि ट्रैक के किनारे पड़े बलेस्ट ट्रैक पर आ गए। कई मीटर तक विंज मशीन ट्रेन के साथ घसीटती चली गई।
इस दुर्घटना के बाद करीब 25 मिनट तक ट्रेनों का परिचालन बाधित रहा। ट्रैक से मशीन हटाए जाने के बाद फिर से ट्रेनों का परिचालन शुरू हुआ।
लेकिन, आश्चर्य की बात यह है कि रेलवे को भी इस बात की जानकारी नहीं थी कि ट्रैक पर किसने और क्यों मशीन छोड़ी थी। इस घटना ने एक बार फिर ट्रेनों की सुरक्षा और परिचालन पर सवाल खड़ा कर दिया है।
अगर ट्रेन का चालक सूझबूझ नहीं दिखाता, तो न जाने कितने यात्री घायल हो जाते। रेलवे प्रशासन ने आरपीएफ को घटना की जांच करने का आदेश दिया है। विंच मशीन ब्रिज बनाने में इस्तेमाल किया जाता है।
बताते चले कि रांची स्टेशन से शताब्दी ट्रेन दोपहर 1:45 बजे खुली थी। ट्रेन में अधिकतर सीटें फुल थीं।
ट्रैक के बगल में बन रहा ब्रिज ट्रैक के बगल में ब्रिज का निर्माण किया जा रहा है। मशीन को पार करने के दौरान ट्रेन को देख ट्रैक पर ही मशीन को छोड़ मजदूर भाग गए।
घटना की जांच करने का आदेश
अधिकारी ने कहा है कि रेलवे की ओर से किसी तरह का काम नहीं कराया जा रहा है।
रांची-हावड़ा शताब्दी एक्सप्रेस को आते देखकर संचालक ट्रैक पर मशीन को छोड़कर भाग गया। इसी वजह से दुर्घटना हुई है।
दोषियों के खिलाफ प्राथमिकी दर्ज कराई गई है। नियम-संगत कार्रवाई होगी। मामले की जांच की जिम्मेदारी आरपीएफ को सौंपी गई है।