धनबाद: New Rail Line नई रेल लाइन बिछते ही उस पर 110 किमी प्रति घंटे की रफ्तार से ट्रेनें चलाई जाएं। ट्रैक को इतना मजबूत और सुरक्षित बनाया जाए कि बार-बार गति बढ़ाने के लिए उसमें बदलाव की जरूरत न पड़े।
बिहार में ऐसी कई नई लाइनें बिछी हैं जिनमें पहले दिन से ही 110 की रफ्तार से ही ट्रेन चलाने की अनुमति दी गई।
यह बातें मुख्य रेलवे संरक्षा आयुक्त शैलेश कुमार पाठक ने कही। वह धनबाद दौरे पर आए थे।
डीआरएम आशीष बंसल समेत सभी विभागीय अधिकारियों के साथ समीक्षा बैठक में उन्होंने कहा कि नई रेल लाइन बिछने पर अधिकतम 50 किमी प्रति घंटे से ट्रेन चलाने की व्यवस्था बदल गई है।
अब 110 किमी प्रति घंटे ट्रेन चलाने की ही अनुमति दी जा रही है।
हालांकि रफ्तार बढ़ाने के साथ ही सुरक्षा और संरक्षा के प्रति गंभीरता भी बरतनी होगी। देश के अलग-अलग हिस्से में हुई रेल दुर्घटनाओं का जिक्र कर सुरक्षा को प्राथमिकता देने की बात कही।
भूमिगत आग के कारण 15 जून 2017 को बंद हुए धनबाद-चंद्रपुरा रेल लाइन को दोबारा चालू करने की मंजूरी इन्होंने ही दी थी। बैठक के दौरान डीसी लाइन की मौजूदा स्थिति की भी जानकारी ली।
रेलवे ने बताया कि प्रभावित रेलखंडों पर 24 घंटे निगरानी और अधिकतम 50 किमी प्रति घंटे की रफ्तार से यात्री ट्रेनें चलाई जा रही है।
इसके साथ ही हावड़ा से नई दिल्ली के बीच 160 की रफ्तार से सेमी हाई स्पीड ट्रेनों को लेकर धनबाद रेल मंडल में चल रही तैयारियों से भी अवगत कराया गया।
इसको लेकर चल रहे काम के संबंध में उन्हें विस्तार से जानकारी दी गई। बैठक में सीनियर डीसीएम अखिलेश पांडेय समेत अन्य शामिल थे।