नई दिल्ली: भारत सरकार के लिए सफेद हाथी बन चुकी एयर इंडिया की फ्लैट और कॉमर्शियल स्पेस जैसी कई अचल सम्पत्तियों की नीलामी का ऐलान कर दिया गया है।
नीलामी के लिए प्रस्तुत की गई एयर इंडिया की इन संपत्तियों में कई बड़े शहरों में एयर इंडिया के अपार्टमेंट्स और कमर्शियल स्पेस भी शामिल हैं।
ऑनलाइन होने वाली इस नीलामी की जिम्मेदारी सार्वजनिक क्षेत्र की कंपनी मेटल स्क्रैप ट्रेड कॉरपोरेशन लिमिटेड (एमएसटीसी) को सौंपी गई है।
नीलामी दोपहर बाद 2 बजे शुरू होगी और शुक्रवार दोपहर 2:30 बजे तक जारी रहेगी। केंद्र सरकार का लक्ष्य इस नीलामी के जरिए 270 करोड़ रुपये जुटाने का है।
उल्लेखनीय है कि एयर इंडिया की इन अचल संपत्तियों में अलग अलग शहरों में कई अपार्टमेंट और कॉमर्शियल स्पेस शामिल हैं। इन संपत्तियों को संभावित खरीदारों के निरीक्षण के लिए 20 जून को खोला गया था।
एमएसटीसी की ई कॉमर्स वेबसाइट पर नीलामी के लिए प्रस्तुत की जाने वाली एयर इंडिया की सभी सम्पत्तियों की जानकारी दी गई थी।
दावा किया जा रहा है कि कई संभावित खरीदारों ने एयर इंडिया की इन सम्पत्तियों को जाकर देखा और नीलामी में भाग लेने की इच्छा भी जताई।
एमएसटीसी के हवाले से कहा गया है कि किसी विशेष प्रॉपर्टी के लिए नीलामी में भाग लेने की इच्छा रखने वाले लोगों को पहले ऑनलाइन रजिस्ट्रेशन कराना होगा, उसके बाद ही वे ऑनलाइन नीलामी में भाग ले सकेंगे।
बताया जा रहा है कि एयर इंडिया की अलग-अलग शहरों में फैली इन संपत्तियों में सबसे कम कीमत वाली प्रॉपर्टी की रिजर्व प्राइस (न्यूनतम शुरुआती कीमत) 13.3 लाख रुपये तय की गई है, जबकि सबसे महंगी संपत्ति की न्यूनतम शुरुआती कीमत 150 करोड़ रुपये है।
नीलामी के लिए प्रस्तुत की गई एयर इंडिया की इन संपत्तियों में दिल्ली के खेलगांव इलाके में बने कुछ फ्लैट और मुंबई के बांद्रा इलाके में पाली हिल का एक रेजिडेंशियल प्लॉट भी शामिल है। इस रेजिडेंशियल प्लॉट का क्षेत्रफल 2006 वर्ग मीटर है।
एमएसटीसी के बयान में इस बात का स्पष्टीकरण भी दिया गया है कि एयर इंडिया की संपत्तियों की नीलामी में ऐसी सम्पत्तियों को भी शामिल किया गया है, जिन्हें पहले भी नीलामी के जरिये बेचने की कोशिश की गई थी।
उस समय खरीदार नहीं मिलने के कारण तब उन्हें बेचा नहीं जा सका था। ऐसी सभी सम्पत्तियों के रिजर्व प्राइस को कम करके दोबारा नीलामी के लिए प्रस्तुत किया गया है।