रांची : रांची के एक बड़े भूखंड पर दावेदारी के निपटारे को लेकर सरकार ने जांच के लिए एसआईटी का गठन किया था। एसआईटी का गठन मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन के आदेश पर किया गया था।
अब उस एसआईटी की रिपोर्ट की पूरी फाइल ही गायब कर दी गयी है। इस मामले की जानकारी विभाग के अधिकारियों को मिली, तो उनके होश उड़ गये।
अब पिछले तीन दिनों से भू-राजस्व विभाग के अफसर परेशान हैं।
फाइल की तलाश की जा रही है। रांची के हेहल अंचल के बजरा गांव में 101 एकड़ से ज्यादा का एक भूखंड है।
इसकी खाता संख्या 119 है। इसके मालिकाना हक को लेकर विवाद है। अनीता शर्मा एक तरफ से दावा कर रही हैं, तो दूसरी तरफ से दशरथ साहू और गणेश साहू इस भूखंड पर अपनी दावेदारी ठोक रहे हैं।
इधर, इस मामले की जांच से जुड़ी फाइल गायब होने से पूरे महकमे में हड़कंप मच गया है।
फाइल गायब होने की सूचना पर खुद मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन और मंत्री रामेश्वर उरांव वहां पहुंचे। इसके अलावा कई अधिकारी डीजीपी, एसएसपी, उपायुक्त सहित और भी कई अधिकारी वहां पहुंचे थे।
सूत्रों ने बताया कि फाइल सबसे अंत में सचिव एल ख्यांग्ते के कमेंट के बाद संयुक्त सचिव अभिषेक श्रीवास्तव के पास थी।
अभिषेक श्रीवास्तव वर्तमान में इस पद पर नहीं हैं। यह सभी डिटेल विभाग के मूवमेंट रजिस्टर में दर्ज है।
उल्लेखनीय है कि इस जमीन में हेराफेरी को लेकर पंडरा थाना में मामला दर्ज है । जमीन का असली मालिक कौन है, इसका पता लगाने के लिए विभागीय स्तर पर एसआईटी का गठन हुआ था।
एसआईटी का नेतृत्व संयुक्त सचिव स्तर के अफसर कर रहे थे। फर्जीवाड़ा किसने किया, किसने गलत कागजात बनाये, इन सभी बिंदुओं की जांच की गयी।
इससे संबंधित सभी दस्तावेज एकत्र किये गये। दावेदारों के बयान भी लिये गये। इस बीच विभाग से इस मामले से संबंधित फाइल गायब हो गयी।
अब यह पता लगाया जा रहा है कि फाइल किसने गायब करवायी है। एसआईटी ने अपनी रिपोर्ट 20 मार्च 2021 को दी थी। रिपोर्ट भू-राजस्व विभाग के संयुक्त सचिव को सौंप दी गयी थी।