धनबाद: पुलिस को भनक तक नहीं लगी और सतीश सिंह हत्याकांड का कथित मास्टर माइंड विकास सिंह ने शनिवार को बड़े ही आराम से धनबाद के मुख्य न्यायिक दंडाधिकारी अर्जुन साव की अदालत में आत्मसमर्पण कर दिया। इस दौरान विकास सिंह के साथ उसके अधिवक्ता जया कुमार कोर्ट में मौजूद थे।
इसके बाद न्यायालय ने विकास सिंह को 14 दिनों की न्यायिक हिरासत में जेल भेज दिया।
भाजपा विधायक राज सिन्हा के करीबी माने जाने वाले सतीश सिंह को दिनदहाड़े बीच सड़क पर गोलीमार कर हत्या कर देने के मामले में मास्टर माइंड कहे जाने वाले विकास सिंह ने शनिवार को न्यायालय में आत्मसमर्पण कर दिया।
धनबाद के अम्बिकापुरम निवासी विकास सिंह के साथ उनके समर्थकों की भारी भीड़ पहुंची हुई थी। लेकिन इसकी भनक तक पुलिस को नही लगी कि आखिर यहां चल क्या रहा है।
न्यायिक प्रक्रिया पूरी होने के बाद जेल गेट पर विकास सिंह के समर्थकों की भीड़ उमड़ी तब पुलिस की आंख खुली और पुलिस ने जेल गेट के समीप जमी समर्थकों के भीड़ को वहां से खदेड़ा।
सतीश सिंह हत्याकांड मामले में विकास सिंह की अग्रिम जमानत की अर्जी हाई कोर्ट से भी खारिज हो चुकी थी।
इसके बाद मजबूरन विकास सिंह को पुलिसिया दबिश के आगे न्यायालय के समक्ष आत्मसमर्पण करना पड़ा।
पुलिस की माने तो केंदुआडीह थाना क्षेत्र के कुसतौर निवासी सतीश सिंह की हत्या के मुख्य साजिशकर्ता विकास सिंह और सतीश साव ही है।
इन्होंने ने ही सतीश सिंह की हत्या का पूरा खेल रचा था और इस हत्या को अंजाम देने के लिए 5 लाख रुपये की सुपारी भी दी थी।
उल्लेखनीय है कि भाजपा के केन्दुआ मंडल उपाध्यक्ष व धनबाद विधायक राज सिन्हा के करीबी सतीश सिंह की हत्या 19 अगस्त, 2020 को बैंक मोड़ थाना क्षेत्र के विकास नगर के पास दिनदहाड़े बीच सड़क पर सिर में गोलीमार कर कर दी गई थी।
इस वारदात का सीसीटीवी फुटेज भी सामने आया था, जिसमें दो बाइक सवार अपराधी घटना को अंजाम देते दिखाई पड़े थे।
यह पूरी घटना आउटसोर्सिंग कंपनियों में अपना वर्चस्व कायम करने को लेकर अंजाम दिया गया था।