लंदन: लंदन में एक हफ्ते की व्यापार वार्ता के बाद यूके और यूरोपीय संघ (ईयू) के प्रमुख ब्रेक्सिट वातार्कारों ने महत्वपूर्ण मतभेद के चलते वार्ता को रोकने पर सहमति व्यक्त की है।
शुक्रवार रात को बयान जारी करते हुए ईयू के मुख्य वातार्कार मिशेल बार्नियर और उनके यूके के समकक्ष डेविड फ्रॉस्ट ने कहा, लंदन में एक हफ्ते की गहन वार्ता के बाद दोनों मुख्य वातार्कार आज सहमत हुए कि समझौते के लिए शर्तों को पूरा नहीं किया गया है। लिहाजा वे अपने सिद्धांतों को संक्षिप्त करने के लिए वार्ता को रोकने पर सहमत हुए हैं।
बीबीसी की रिपोर्ट के मुताबिक, अगर समझौता होता है, तो इसे कानूनी टेक्स्ट में बदलना होगा, साथ ही यूरोपीय संघ की सभी भाषाओं में अनुवाद करना होगा।
इसके बाद यूरोपीय संसद द्वारा इसकी पुष्टि की जाएगी। संभावना है कि ब्रिटेन सरकार सौदे के कुछ हिस्सों को लागू करने वाले कानून को पेश कर सकती है, जिस पर सांसद वोट देंगे।
वहीं गतिरोध को तोड़ने के लिए यूरोपीय आयोग के अध्यक्ष उर्सुला वॉन डेर लेयन और ब्रिटेन के प्रधानमंत्री बोरिस जॉनसन स्टेट ऑफ प्ले पर चर्चा करेंगे।
पिछले महीने यूरोपीय संघ के वातार्कार पिछले महीने कोरोना संक्रमित होने के बाद यूके और यूरोपीय संघ ने 28 नवंबर को लंदन में आमने-सामने की वार्ता फिर से शुरू की है।
बता दें कि यह वार्ता अहम चरण में है क्योंकि 31 दिसंबर को ब्रेक्सिट ट्रांजिशन की अवधि समाप्त होने से पहले एक डील करने के लिए दोनों पक्षों के लिए समय समाप्त हो रहा है।
यूरोपीय संघ के साथ एक मुक्त व्यापार डील न होने का मतलब है कि द्विपक्षीय व्यापार 2021 में वल्र्ड ट्रेड ऑगेर्नाइजेशन (डब्ल्यूटीओ) नियमों पर ही चलेगा।
यूके और यूरोपीय संघ ने ब्रेक्सिट के बाद की मार्च में अपनी लंबी और बेतरतीब वार्ता शुरू की थी, जब देश की औपचारिक तौर पर 31 जनवरी को सदस्यता समाप्त हो गई थी।