रांची: झारखंड के सबसे बड़े अस्पताल रिम्स RIMS में अब डॉक्टरों को बिना परिचय पत्र के एंट्री नहीं मिलेगी। परिचय पत्र देखने के बाद ही सुरक्षाकर्मी उन्हें अंदर जाने की अनुमति देंगे।
जिनके पास परिचय पत्र नहीं होगा, उन्हें अनुपस्थित माना जाएगा और उस दिन की सैलरी भी काट ली जाएगी।
रिम्स प्रबंधन डॉक्टरों एवं स्टाफों के सौ फीसदी अटेंडेंस को लेकर सख्त हो गया है। इसी को लेकर रिम्स के निदेशक डॉ कामेश्वर प्रसाद ने आदेश जारी कर दिया है।
उल्लेखनीय है कि रिम्स प्रबंधन ने अस्पताल में काम करने वाले डॉक्टरों से लेकर सभी स्टाफ का आई कार्ड जारी किया है।
अब सभी को अपना आई कार्ड अपने पास ही रखना होगा। आदेश में यह भी कहा गया है कि जिन लोगों का आई कार्ड नहीं बनाया गया है वे रिम्स अधीक्षक से संपर्क कर आई कार्ड बनवा सकते हैं।
उल्लेखनीय है कि रिम्स में दलाल सक्रिय हैं। आए दिन किसी न किसी दलाल के संपर्क में मरीज आ जाते हैं। इस वजह से रिम्स की छवि भी धूमिल हो रही है। इसी को लेकर रिम्स प्रबंधन ने यह सख्ती लागू की है।
दूसरी ओर सदर अस्पताल से हटाए गए 155 सुरक्षाकर्मी प्रोजेक्ट भवन पहुंच कर आंदोलन कर रहे हैं।
यह सभी कर्मी पिछले एक साल से अपनी नियुक्ति को लेकर आंदोलन पर हैं।
मंगलवार को सभी सुरक्षाकर्मी अपनी मांग को लेकर धुर्वा स्थित प्रोजेक्ट भवन पहुंचे। कर्मियों का कहना था कि वह यहीं आत्मदाह करेंगे।
सभी कर्मी मुख्यमंत्री के समक्ष अपनी बातों को रखना चाहते थे लेकिन उन्हें अंदर नहीं जाने दिया गया।
कर्मियों का कहना था कि जब तक वह मुख्यमंत्री से अपनी बात नहीं कहेंगे तब तक वह नहीं हटेंगे। अगर उनकी मांगों को पूरा नहीं किया गया तो सभी यहीं पर आत्मदाह कर लेंगे।