नई दिल्ली/रांची: पेगासस जासूसी कांड पर चर्चा को लेकर मॉनसून सत्र के 9 दिन हंगामे के बीच गुजर चुके हैं। इस बीच लोकसभा में बीजेपी सांसद निशिकांत दुबे ने टीएमसी सांसद पर बड़ा आरोप लगाकर कहा कि टीएमसी सांसद महुआ मोइत्रा ने मुझे ”बिहारी गुंडा कहा है।
इस लेकर ट्विटर के बाद अब बिहार में सियासत गर्म हो गई हैं, बिहार के बीजेपी विधायक ने तेजस्वी से इस पर सफाई मांगी है।
इसके पहले लोकसभा में निशिकांत दुबे ने कहा कि मैं झारखंड से आता हूं और 13 साल मुझे सदन में हो गए हैं, लेकिन टीएमसी सांसद ने बुधवार को मुझे “बिहारी गुंड़ा कहकर संबोधित किया।
बिहार, झारखंड, यूपी के लोग गुंडे नहीं, बल्कि हमारे लिए गर्व की बात है। यह विभाजनकारी राजनीति है। शिक्षा से लेकर सांस्कृतिक, ज्ञान तक, बिहार का योगदान उल्लेखनीय है। इससे जुड़े सभी तथ्य स्पीकर को उपलब्ध करा दिए गए हैं।
दरअसल, निशिकांत दुबे ने ट्वीट कर आरोप लगाया था कि आईटी से जुड़ी संसदीय समिति की बैठक के दौरान महुआ मोइत्रा ने उन्हें बिहारी गुंडा’ कहकर संबोधित किया।
ट्विटर पर टीएमसी प्रमुख ममता बनर्जी को टैग कर निशिकांत दुबे ने कहा कि ममता जी आप की सांसद महुआ मोइत्रा की गाली ने उत्तर भारतीय व खासकर हिंदी भाषी लोगों के प्रति आपकी पार्टी के नफरत को देश के सामने लाया है।
आरोपों पर महुआ मोइत्रा ने कहा कि उन्हें आरोपों पर हंसी आ रही है, जब आईटी से जुड़ी संसदीय समिति की बैठक में दुबे मौजूद ही नहीं थे,तब उन्हें कुछ कहने का सवाल ही कहां से आया। वहीं, मामले पर कांग्रेस सांसद शशि थरूर ने कुछ भी कहने से इनकार कर दिया था।
वहीं मामले पर बिहारी गुंडे वाले बयान पर भाजपा विधायक संजय सरावगी ने तेजस्वी यादव से सफाई मांगी।
सरावगी ने कहा कि इसतरह के लोगों का मानसिक संतुलन खराब है, उन पर कार्रवाई होनी चाहिए, लेकिन टीएमसी के समर्थन में बंगाल जाने वाले तेजस्वी बताएं कि टीएमसी सांसद ने सही बोला है या गलत।
इस मामले में आरजेडी विधायक आलोक मेहता ने कहा कि टीएमसी सांसद अपना बयान वापस लें वरना विपक्षी एकता में खटास आएगी। उन्होंने कहा कि किसी राज्य के किसी नागरिक के बारे में ऐसा बोलना सही नहीं है।
वहीं, आरजेडी के विधायक और मुख्य प्रवक्ता भाई वीरेंद्र ने कहा कि हम बिहार का अपमान नहीं सहने वाले हैं, ममता बनर्जी अपने सांसद पर कार्रवाई करें।
बिहार के पूर्व मुख्यमंत्री जीतन राम मांझी ने भी महुआ मोइत्रा पर हमला बोलकर कहा कि बिहार में जब आपके सहयोगी राजद की सरकार थी,तब सत्ता संरक्षित गुंडागर्दी के कारण बिहारियों को ‘बिहारी गुंडा’ जैसे शब्दों का सामना करना पड़ा था।
आज बिहार में नीतीश का सुशासन है और बिहारी शब्द सम्मान का शब्द है। आपको बंगाल की गुंडागर्दी मुबारक। राजद की ओर से भी टीएमसी को सलाह दी गई है।