रांची: झारखंड विद्युत विभाग कर्मचारी महासंघ के अध्यक्ष सह प्रदेश कांग्रेस के प्रवक्ता आलोक कुमार दूबे ने झारखंड राज्य ऊर्जा निगम लिमिटेड के सीएमडी सह सचिव अविनाश कुमार से सोमवार को मुलाकात की।
मुलाकात कर उन्होंने हजारों दक्ष आउटसोर्स विद्युत कर्मियों को स्थायी किये जाने की मांग की।
साथ ही विद्युत कर्मियों को कोरोनावरियर्स का दर्जा देते हुए पूरे परिवार का टीकाकरण करने की भी मांग की है। इस बाबत मांगों को लेकर ज्ञापन भी सौंपा।
आलोक दूबे ने ज्ञापन में मांग की है कि सभी सप्लाई एरिया बोर्ड एवं ट्रांसमिशन क्षेत्र में कार्य कर रहे कर्मचारियों का बकाया वेतन इपीएफ, ईएसआई का भुगतान अविलंब किया जाए।
वहीं दूसरी ओर अवधि विस्तार नहीं होने से ट्रांसमिशन क्षेत्र में काम कर रहे कर्मचारियों को वेतन भी नहीं मिल पा रहा है। अतः अवधि विस्तार करते हुए उनके बकाए वेतन का भुगतान किया जाए।
दूबे ने ऊर्जा विभाग में वर्षों से कार्यरत आउटसोर्स कर्मचारी जो कि बिल्कुल दक्ष हो चुके हैं उनकी नियमितकरण किया जाए।
उल्लेखनीय है कि हजारों की संख्या में कार्य कर रहे आउट सोर्स कर्मी ऊर्जा विभाग की लाइफ लाइन हैं जो अपनी जान की परवाह किए बगैर कार्य करते हैं।
आलोक दूबे ने पूरे महामारी के दौरान बिजली विभाग के उत्कृष्ट कार्यों के लिए सीएमडी को बधाई भी दिया है।
दूबे ने यह भी कहा है कि बिजली विभाग की लापरवाही से कर्मी तो कर्मी आम लोग भी हाईटेंशन की तार की चपेट में आने से दुर्घटनाग्रस्त हो जाते हैं और उनका निधन हो जाता है।
ऐसे लोगों को विभाग की ओर से एक निश्चित मुआवजा राशि कम से कम 25 लाख रुपए एवं दुर्घटना ग्रस्त लोगों को इलाज की मुकम्मल व्यवस्था की जाए।
विद्युत कर्मचारी महासंघ की ओर से आलोक दुबे ने बिजली विभाग के पिछले 16 महीनों के दौरान किए गए कार्यों की सराहना की।