वाशिंगटन: अमेरिका में रोग नियंत्रण एवं रोकथाम केंद्र ने राष्ट्रव्यापी निष्कासन पर नई रोक लगाई है, जो तीन अक्टूबर तक लागू रहेगी।
यह राष्ट्रपति जो बाइडन प्रशासन की उन आलोचनाओं को दूर करने की कवायद का हिस्सा है कि वह महामारी के समय किरायेदारों को घरों से निकाले जाने से रोकने का कोई उपाय नहीं कर रहे हैं।
नई रोक से लाखों किरायेदारों को मदद मिलेगी, क्योंकि अमेरिका में कोरोना वायरस का डेल्टा स्वरूप तेजी से फैल रहा है और राज्यों की संघीय किराया सहायता जारी करने की गति बेहद धीमी है।
दरअसल अमेरिका अपने उन किरायेदारों को धन मुहैया कराता है, जो किराया देने में असमर्थ होते हैं तथा यह निधि मकान-मालिकों को दी जाती है।
बाइडन ने व्हाइट हाउस में एक संवाददाता सम्मेलन के दौरान बेदखली पर नए प्रतिबंध की घोषणा नहीं की और इसकी जिम्मेदारी सीडीसी पर डाल दी। बाइडन ने कहा मुझे उम्मीद है कि नई रोक लगने जा रही है।
इस रोक से उदारवादी डेमोक्रेटिक सांसदों के साथ गतिरोध को दूर करने में मदद मिल सकती है, जो राष्ट्रपति से किरायेदारों को उनके घरों में ही रहने देने के लिए शासकीय कदम उठाने की मांग कर रहे हैं।
अमेरिकी सदन की अध्यक्ष नैंसी पेलोसी ने कहा कि यह अत्यधिक राहत का दिन है। उन्होंने कहा अमेरिका में अंसख्य परिवारों की बेदखली और सड़कों पर निकाले जाने का डर खत्म हो गया है। मदद हो गई है।
व्हाइट हाउस ने अपने एक बयान में कहा था कि संघीय सरकार ने किराएदारों को उनके घरों में रहने देने के लिए 46.5 अरब डॉलर दिए हैं।
उसने लेकिन राज्यों एवं शहरों पर धीमी कार्रवाई करने का आरोप लगाया है, जो इस सहायता राशि को उन किराएदारों तक नहीं पहुंचने दे रहे हैं, जिनकी आजीविका के साधन वैश्विक महामारी के कारण छिन गए हैं।