लंदन: आने वाले समय में बेहद घातक सुपर-म्यूटेंट कोरोना वायरस वेरियंट के खतरे की चेतावनी दी है। यह चेतावनी दी है ब्रिटेन की सरकार के आधिकारिक वैज्ञानिक सलाहकार समूह ने।
इस समूह का कहना है कि ये वायरस मौजूदा वैक्सीनों को बेअसर कर देगा। उन्होंने चेतावनी दी है कि वायरस को पूरी तरह खत्म करना मुश्किल है और इसलिए वेरियंट्स आते रहने की संभावना बनी हुई है।
उनके मुताबिक ऐंटीजेन में वेरिएशन की मदद से वैक्सीनें बेअसर हो जाएंगी। इस समूह ने सरकार को चेतावनी दी है कि इससे बचने के लिए ट्रांसमिशन रोकना बेहद जरूरी है।
इसके अलावा ऐसी वैक्सीन विकसित करने के लिए कहा गया है जो सिर्फ अस्पताल में भर्ती होने या गंभीर बीमारी को ना रोकें, बल्कि और ज्यादा इम्यूनिटी लंबे वक्त के लिए विकसित करें।
रिपोर्ट के मुताबिक लक्ष्य यह होना चाहिए कि जिन लोगों को वैक्सीन लग चुकी है, उनसे इन्फेक्शन न फैले।
वैज्ञानिकों का कहना है कि पिछले कई महीनों में कई वेरियंट सामने आए हैं जो वैक्सीन से बचे हैं लेकिन पूरी तरह बेअसर नहीं कर पाए हैं।
हालांकि, इससे यह आशंका पैदा होती है कि वैक्सिनेशन के बढ़ने से कहीं वायरस इसके खिलाफ सुरक्षा न विकसित कर ले। इसलिए ट्रांसमिशन रोकना बेहद जरूरी है।
इस रिपोर्ट में वैज्ञानिकों ने यह चिंता भी जताई है कि सुपर म्यूटेंट वेरियंट के कारण तीन में से एक इंसान की जान भी जा सकती है।
एक्सपर्ट्स का कहना है कि अगर आने वाला स्ट्रेन दक्षिण अफ्रीका में मिले बीटा और केंट में मिले आल्फा या भारत में मिले डेल्टा वेरियंट से मिलकर बना तो यह वैक्सीन्स को भी बेअसर कर देगा। इसकी वजह से मृत्युदर बढ़ने की भी आशंका है।
इस रिपोर्ट के आधार पर ब्रिटेन में लॉकडाउन के प्रतिबंध को खत्म करने की सरकार की तैयारियों को लेकर एक्सपर्ट्स ने एक बार फिर चेताया है। उनका कहना है कि एसएजीई की रिपोर्ट से पता चलता है कि वायरस से पीछा अभी छूटा नहीं है।