चंडीगढ़: शिरोमणि गुरुद्वारा प्रबंधक कमेटी (एसजीपीसी) ने शनिवार को अभिनेत्री कंगना रनौत को किसान आंदोलन के दौरान पंजाब की एक बुजुर्ग महिला को लेकर विवादास्पद टिप्पणी करने पर नोटिस जारी किया है।
कंगना ने किसान आंदोलन में शामिल हुईं एक बुजुर्ग महिला को शाहीन बाग की बिलकिस बानो बताते हुए लिखा था कि वह 100-100 रुपये में किसी भी आंदोलन में भाग लेने के लिए उपलब्ध रहती हैं।
जारी किए गए नोटिस में एसजीपीसी ने अभिनेत्री से उनके ट्वीट पर माफी मांगने को कहा है। एसजीपीसी ने कहा है कि अगर कंगना ने इस पर माफी नहीं मांगी तो उनके खिलाफ कानूनी कार्रवाई की जाएगी।
एसजीपीसी की अध्यक्ष बीबी जागीर कौर हैं, जिन्हें अमृतसर स्थित स्वर्ण मंदिर परिसर में आयोजित एसजीपीसी की बैठक में तीसरी बार चुना गया है।
सिख धार्मिक मामलों की एक तरह से लघु संसद मानी जाने वाली एसजीपीसी का वार्षिक बजट लगभग 1,200 करोड़ रुपये का है।
सिख धार्मिक मामलों पर नियंत्रण रखने वाला एसजीपीसी पंजाब, हरियाणा और हिमाचल प्रदेश में गुरुद्वारों का प्रबंधन करता है, जिसमें अमृतसर में स्वर्ण मंदिर के रूप में प्रसिद्ध सिख तीर्थस्थल हरमंदिर साहिब भी शामिल है।