बीजिंग: हाल ही में भारत स्थित चीनी राजदूत सुन वेइतुंग ने भारतीय रक्षा कॉलेज के राष्ट्रीय सुरक्षा व रणनीति अध्ययन क्लास के सदस्यों और शिक्षकों समेत 110 से अधिक प्रतिनिधियों के समक्ष ऑनलाइन चीन-भारत संबंध : मौके और चुनौतियां विषय पर भाषण दिया।
राजदूत सुन ने बल दिया कि चीन की कूटनीति के नाजुक शब्द शांतिपूर्ण विकास और सहयोग व समान जीत है।
उन्होंने कहा कि चीन और भारत के बीच दो बड़े पड़ोसी विकासशील देशों के नाते द्विपक्षीय स्तर और अंतर्राष्ट्रीय मंच पर व्यावहारिक सहयोग की विशाल गुंजाइश है।
चीन-भारत संबंधों को देखते समय समग्र व दूरगामी नजर की जरूरत है और सीमा मुद्दे को उचित स्थान पर रखा जाना चाहिए।
राजदूत सुन ने बताया कि चीन और भारत पारस्परिक खतरे और प्रतिद्वंद्वी के बजाय विकास के साझेदार हैं।
अगले चरण में दोनों पक्षों को पारस्परिक विश्वास बढ़ाते हुए एक साथ सीमांत क्षेत्र की शांति व स्थिरता बनाए रखकर द्विपक्षीय संबंधों को सुधारने की कोशिश करनी चाहिए।
(साभार : चाइना मीडिया ग्रुप, पेइचिंग)