अहमदाबाद: दिल्ली में किसान आंदोलन के चलते साबरकांठा जिले में वडाली के ग्रामीण परेशान हैं। यहां के किसान वालोल नामक सब्जी का सबसे अधिक उत्पादन करते हैं।
किसानों की मानें तो सीजन में वालोल सब्जी बेचकर 10 से 12 करोड़ रुपये की कमाई होती है। लेकिन इस समय माल बाहर न जा पाने से किसानों को लाखों रुपये का नुकसान हो रहा है।
साबरकांठा जिले की वडाली तहसील को वालोल उत्पादन का केंद्र माना जाता है। इसके अलावा केसरगंज, भंडवाल सहित अन्य गांवों में भी वालोल की बहुतायत में होती है।
केसरगंज गांव के लगभग 2 दो सौ किसान वालोल के साथ अन्य और सब्जियों की भी खेती करते हैं। यहां के किसान वालोल सब्जी के सीजन में केवल वालोल की फसल से ही 10 से 12 करोड़ का करोड़ का कारोबार कर लेते हैं।
लेकिन पिछले पांच दिन में दिल्ली माल न पहुंच पान से सब्जी की कीमतों में भारी कमी आई है। केसरगंज के एक किसान हरेश पटेल ने बताया कि इसकी कीमत 800 रुपये से 1,000 रुपये प्रति 20 किलोग्राम से घटकर अब 120 से 180 रुपये प्रति 20 किलोग्राम रह गई है।
हालांकि पटेल ने 08 दिसम्बर को भारत बंद का समर्थन करने का ऐलान किया है। सिर्फ पटेल ही नहीं बल्कि गांव के अन्य किसानों का कहना है कि वह भी दिल्ली के किसानों को अपना पूरा समर्थन देंगे।
उल्लेखनीय है कि केन्द्र सरकार के कृषि संबंधी कानूनों के विरोध में किसान कई दिन से दिल्ली के आसपास धरना दे रहे हैं। किसान संगठनाें की प्रमुख मांग है कि केन्द्र सरकार कृषि विधेयकों को वापस ले।