रांची: रांची के सदर थाने की पुलिस ने एक छह साल की बच्ची के अपहरण मामले का खुलासा करते हुए बेंगलुरु से बच्ची को सकुशल बरामद कर लिया है।
पुलिस सूत्रों ने गुरुवार को बताया कि 17 जुलाई की रात रांची के बूटी मोड़ इलाके से छह वर्षीय आंचल का दो लड़कियों ने अपहरण कर लिया था।
इस पूरे अपहरण कांड को सिर्फ इसलिए अंजाम दिया गया था, ताकि एक बिन बच्चे की मां को एक बच्चा मिल जाए।
बूटी मोड़ इलाके से भीख मांग कर गुजारा करने वाली आंचल अचानक लापता हो गई।
आंचल की मां बालों देवी ने रांची सदर थाना पहुंचकर थानेदार वेंकटेश कुमार को मामले की जानकारी दी।
थानेदार ने मामले को पूरी गंभीरता से लेते हुए बूटी मोड़ स्थित सीसीटीवी फुटेज को खंगाला। उसके बाद पूरा मामला सामने आ गया।
सीसीटीवी फुटेज में साफ दिखाई दे रहा है कि दो लड़कियां आंचल को अपने साथ लेकर एक ऑटो में बैठा कर ले गयी।
मामला समझते ही आनन-फानन में सदर थाने में मासूम आंचल के अपहरण से संबंधित एफआईआर दर्ज की गई और पुलिस की टीम जांच में जुट गई।
सीसीटीवी फुटेज खंगालने के बाद ऑटो चालक का पता चला। ऑटो चालक ने पूछताछ में स्वीकार किया कि दो लड़कियां ऑटो में एक बच्ची को लेकर बैठी थी।
तीनों को उसने सदर थाना क्षेत्र के बड़गाई के पास उतार दिया था। ऑटो चालक का बयान लेने के बाद पुलिस ने बड़गाई चौक के पास स्थित सीसीटीवी फुटेज को खंगाला।
फुटेज में एक कपड़ा दुकान में दोनों लड़कियों को बच्ची के साथ देखा गया।
कपड़ा दुकान में पूछताछ करने के बाद पुलिस को जानकारी मिली कि बच्ची के लिए यहां से कपड़े खरीदे गए थे और खरीदार इसी मोहल्ले में रहते हैं।
पुलिस की टीम ने आंचल का अपहरण करने वाली दो लड़कियों को पकड़ा। इसके बाद मामले का राज खुला।
पकड़ी गई दोनों लड़कियों ने पुलिस को बताया कि उसने मात्र 40 हजार के लिए मासूम आंचल को सड़क से उठाया था और उसे बेंगलुरु की रहने वाली महिला बेबी देवी को सौंप दिया था।
बेबी देवी का एक घर रांची में भी है, जहां दोनों लड़कियां उनकी पड़ोसी थी। इसके बाद
रांची पुलिस की एक टीम बेंगलुरु पहुंची और बेबी देवी के घर से मासूम आंचल को बरामद किया। लेकिन बेबी देवी के घर में जब रांची पुलिस पहुंची और मासूम को देखा तो वह हैरान रह गए, क्योंकि बेबी देवी को मासूम आंचल अपनी मां कह कर पुकार रही थी।
पुलिस के पूछताछ के दौरान बेबी देवी ने बताया कि उसे आंचल के अपहरण के बारे में कोई जानकारी नहीं है।
शादी के 10 वर्ष बीत जाने के बाद भी अब तक उसकी कोई संतान नहीं हुई।
बेबी देवी के अनुसार उसका एक घर रांची में भी है और लॉकडाउन लगने की वजह से जब बेंगलुरु में चल रहा होटल बंद हो गया, तब वे रांची में ही दो साल से रह रही थी।
रांची में उसके पड़ोसी गुड़िया और रानी से उसकी मुलाकात हुई तो उन्होंने यह बताया कि एक बिन मां बाप की बच्ची है, अगर आप 40 हजार दें तो वह उसे लाकर आपको दे देगी।
बच्चे के मोह में बेबी देवी ने गुड़िया और रानी को 40 दे दिए। बच्ची के मिलने के बाद गुड़िया और रानी ने बेबी को बताया कि बच्ची अपनी नानी के पास रहा करती थी और बेहद गरीब है।
इसलिए आप ले जाएं, जिसके बाद बेबी देवी आंचल को अपने साथ लेकर बेंगलुरु चली गई।
पुलिस ने गुड़िया और रानी को गिरफ्तार कर लिया है। जबकि बेबी देवी को भी हिरासत में लेकर रांची ले आई है।
पुलिस ने आंचल को भी बरामद कर लिया है। थाना प्रभारी वेंकटेश कुमार ने बताया कि तीनों से पूछताछ की जा रही है।