रांची: एमजीएम में बदलाव के संकल्प के साथ स्वास्थ्य मंत्री बन्ना गुप्ता ने शुक्रवार को मिशन कायाकल्प अभियान की शुरुआत कर दी है। उन्होंने बताया कि 15 दिनों में शुरुआती बदलाव नजर आने लगेंगे।
दौरे के बाद उन्होंने सभी विभागाध्यक्ष के साथ बैठक कर एमजीएम में बदलाव के लिए उनसे सुझाव मांगा और जो भी कठिनाई महसूस हो रही हैं उनको सीधे तौर पर उन्हें देने का निर्देश दिया।
मंत्री बन्ना गुप्ता एमजीएम पहुंचे और सीधे इमरजेंसी में मरीजों से मुलाकात की।
इस दौरान उनके साथ डीसी सूरज कुमार, एसएसपी जमशेदपुर, एसडीओ जमशेदपुर, एमजीएम सुपरिटेंडेंट,जुस्को के कैप्टन धनंजय मिश्रा समेत अन्य प्रशासनिक अधिकारी उपस्थित रहे।
मंत्री बन्ना गुप्ता करीब ढाई घंटे एमजीएम में रहे इस दौरान प्रत्येक क्षेत्र का निरीक्षण किया और आवश्यक दिशा निर्देश डीसी एवं कैप्टन मिश्रा को दिया।
बन्ना गुप्ता ने दौरे के दौरान बताया कि सभी कण्डम हो चुके भवन की जगह आधुनिक व्यवस्थाओं के साथ सुसज्जित भवन बनेंगे जिन्हें सभी तरह के सुविधाओं से लैस किया जाएगा।
तीन नए भवन बनने का प्रस्ताव हैं जिसमें ओपीडी, इमरजेंसी और प्रशासनिक भवन की व्यवस्था सुव्यवस्थित रूप से की जाएगी।
साथ ही सभी भवनों को एक दूसरे से कनेक्ट किया जाएगा ताकि मरीजों और चिकित्सकों को आने जाने में कोई असुविधा न हो सके।
गुप्ता ने बताया कि एमजीएम का कायाकल्प हो ये मेरा सपना है और मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन जी का संकल्प हैं।
इसके लिए विभिन्न स्तरों पर तैयारी की जा रही हैं जल्द ही मुख्यमंत्री की अध्यक्षता में एक उच्चस्तरीय बैठक होगी जिसमें एमजीएम के बदलाव पर समीक्षा होगी।
ये सुविधाएं उपलब्ध रहेंगी एमजीएम में। एमजीएम में सिटी स्कैन मशीन और एमआरआई मशीन लगेगा।
भविष्य में 1500 बेड की।कार्ययोजना तैयार करने पर विचार। 100 बेड का अस्थायी आईसीयू बेड यूनिट का शुभारंभ।
ओपीडी सिस्टम को डिजिटल कर ई अस्पताल लागू करने का प्रस्ताव। एमजीएम में खाली पड़े सेड को हटाकर बाथरूम का निर्माण। डिश वाशिंग की व्यवस्था सुनिश्चित करने का निर्देश देने आदि शामिल है।