बेगूसराय: गंगा नदी के लगातार बढ़ रहे जल स्तर के कारण बेगूसराय में बाढ़ की स्थिति काफी विकराल हो गई है।
गंगा का जलस्तर 2010 से अब तक के सभी रिकार्ड को ध्वस्त कर खतरे के निशान डेढ़ मीटर से अधिक ऊपर चली गई है।
जिसके कारण बेगूसराय जिला के बछवाड़ा, तेघड़ा, बरौनी, मटिहानी, शामहो, बलिया, साहेबपुर कमाल एवं बेगूसराय नगर निगम क्षेत्र के तीन लाख से भी अधिक आबादी बाढ़ की चपेट में आ गई है। गुप्ता-लखमिनिया बांध और सुरक्षा तटबंध पर भी दबाव लगातार बढ़ते जा रहा है।
एक दर्जन से अधिक जगहों पर बांध में रिसाव के कारण लोगों में हड़कंप मचा हुआ है तथा ग्रामीण एवं विभागीय अधिकारी रिसाव रोकने में लगे हुए हैं।
शुक्रवार की रात में मटिहानी की नयागांव में बहुत से रिसाव के बाद हड़कंप मच गया तथा लोगों रात भर जागकर बांध रोकने में लगे हुए हैं।
कई जगह पानी ओवर फ्लो करने की स्थिति में है, जहां कि मिट्टी का बोरा रखकर सुरक्षित किया जा रहा है।
जल संसाधन विभाग और जिला प्रशासन की टीम लगातार नजर बनाए हुए हैं तथा सभी आवश्यक उपाय किए जा रहे हैं।
डीएम अरविंद कुमार वर्मा एवं एसपी अवकाश कुमार खुद घूम-घूमकर निरीक्षण कर रहे हैं तथा बाढ़ ग्रस्त लोगों को आवश्यक सुविधा उपलब्ध कराने में लगे हुए हैं।
शनिवार को भी डीएम एवं एसपी ने बलिया एवं साहेबपुर कमाल प्रखंड के बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों का निरीक्षण कर बाढ़ पीड़ितों से मुलाकात किया तथा अधिकारियों को दिशा-निर्देश दिया गया है।
सभी जगह सामुदायिक किचन शुरू कर दिया गया है, अस्थाई बसेरा बनाने के लिए पॉलीथिन शीट का वितरण किया जा रहा है, पशुचारा (भूसा) का भी वितरण किया जा रहा है।
वहीं, विभिन्न संघ-संगठन और युवाओं की टोली आपसी सहयोग से लोगों के बीच राहत वितरण किया जा रहा है लेकिन सरकारी स्तर पर पर्याप्त मात्रा में नाव उपलब्ध नहीं कराए जाने के कारण लोग जुगाड़ के सहारे जरूरी काम निपटाने के साथ-साथ घर छोड़कर पलायन कर रहेे हैं।