मेदिनीनगर: उपायुक्त शशि रंजन ने सोमवार को राजस्व से जुड़े सभी विभागों को राजस्व संग्रहण में तेजी लाने का निर्देश दिया।
उपायुक्त ने कहा कि इसमें कोताही बर्दाश्त नहीं की जाएगी। उन्होंने स्पष्ट निर्देश दिया कि राजस्व उगाही में सभी रुकावटों को दूर करते हुए लक्ष्य के प्रति केंद्रित रहें।
उन्होंने कहा कि प्रदेश सरकार विभागों के राजस्व वसूलने के लिए लगातार मॉनिटरिंग कर रही है।
ऐसे में संबंधित अधिकारी अपने अपने राजस्व वसूलने के लिए किसी प्रकार की लापरवाही न बरतें।
उन्होंने कहा कि राजस्व संग्रहण जिले की कार्यप्रणाली का अहम हिस्सा है।
इस कार्य में पारदर्शिता आवश्यक है,उन्होंने पदाधिकारियों को लोगों को कर भुगतान करने के लिए प्रेरित करने का निर्देश दिया।
इसी तरह वाणिज्य कर विभाग की समीक्षा करते हुए उपायुक्त ने पाया कि वाणिज्य कर विभाग को 163 करोड़ रुपये की वसूली का लक्ष्य दिया गया था।
जिसके विरुद्ध वाणिज्य कर विभाग द्वारा अबतक 30 करोड़ 78 लाख रुपये की राजस्व वसूली कर ली गयी है।
इस दौरान कम राजस्व वसूली होने के कारणों की समीक्षा करते हुए उपायुक्त ने तेजी लाने का निर्देश दिया।
इसी तरह खनन विभाग की समीक्षा के दौरान बताया गया कि खनन विभाग का वार्षिक लक्ष्य 145 करोड़ रुपये का है जिसके विरुद्ध 46 करोड़ 36 लाख रुपये की वसूली कर ली गयी है।
उत्पाद विभाग की समीक्षा के दौरान उत्पाद अधीक्षक ने उपायुक्त को बताया कि उत्पाद विभाग को 129 करोड़ वसूली का वार्षिक लक्ष्य दिया गया था।
इसके विरुद्ध 24 प्रतिशत की राजस्व वसूली कर ली गयी है। इस दौरान उपायुक्त ने उत्पाद अधीक्षक से कम राजस्व वसूली होने का कारणों से अवगत हुए साथ ही इसे कैसे बढ़ाया जाये इसपर भी चर्चा की।
इस दौरान उपायुक्त ने अवैध महुआ शराब दुकानदारों के खिलाफ लगातार छापामारी करते रहने का निर्देश दिया खासकर उन्होंने बॉर्डर एरिया में फोकस करने की बात कही।