वॉशिंगटन: अफगानिस्तान पर तालिबान के कब्जे और राष्ट्रपति अशरफ गनी के देश छोड़ने के बाद अमेरिका के राष्ट्रपति जो बाइडन पर दबाव बढ़ने लगा है।
इन सब के बीच बाइडन अपना पक्ष रखने के लिए अमेरिकी समयानुसार मंगलवार की दोपहर 3:45 बजे देश को संबोधित करेंगे जबकि भारतीय समयानुसार, अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडन का यह संबोधन देर रात 1:15 बजे होगा जिसमें अफगानिस्तान को लेकर आगे की रणनीति का खुलासा कर सकते हैं।
अमेरिका ने दो दशक तक अफगानिस्तान में जंग लड़ने के बाद जिस तरह से यहां के निवासियों को विद्रोही और आतंकियों के भरोसे छोड़ दिया है, उसको लेकर बाइडन की आलोचना की जा रही है। इतना ही नहीं खुद अमेरिकी भी बाइडेन की अफगान नीति से असहमत हैं।
इससे पहले व्हाइट हाउस के नेशनल सिक्यॉरिटी अडवाइजर जाके सुलिवन ने कहा कि हम राष्ट्रपति से जल्द संदेश की उम्मीद कर सकते हैं। वह इस समय राष्ट्रीय सुरक्षा टीम के साथ सक्रियता से काम कर रहे हैं।
9/11 की घटना के बाद अमेरिका ने अफगानिस्तान में कट्टरपंथी और आतंकी समूहों के खिलाफ जंग छेड़ी थी। लेकिन 20 साल बाद अफगानिस्तान एक बार फिर उसी मोड़ पर खड़ा है।
अमेरिका के पूर्व राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने भी बाइडन पर तंज कसते हुए कहा कि वह होते तो हालात अलग होते।
हालांकि, ट्रंप ने ही तालिबान से समझौता करते हुए अमेरिकी सैनिकों की वापसी का ऐलान किया था।