नई दिल्ली: भारत ने पैरालिंपियनों के अपने पहले बैच को टोक्यो पैरालिंपिक के लिए भेजा है। खेल के इस वैश्विक आयोजन के शुरू होने में कुछ ही दिन शेष हैं।
दल का पहला जत्था मंगलवार देर रात टोक्यो के लिए रवाना हुआ, जिसमें 3 पैरा-एथलीट और 6 सहयोगी स्टाफ सहित नौ सदस्य शामिल हैं।
टीम का नेतृत्व रियो पैरालिंपिक के स्वर्ण पदक विजेता मरियप्पन थंगावेलु ने किया, जो टोक्यो पैरालिंपिक के लिए भारत के ध्वजवाहक भी हैं। उनके साथ डिस्कस थ्रोअर विनोद कुमार और मेन्स जेवलिन थ्रोअर टेक चंद भी गए हैं।
टोक्यो के लिए रवाना होने से पहले दल को युवा मामले और खेल मंत्रालय (एमवाईएएस), भारतीय खेल प्राधिकरण (साई) और दिल्ली के इंदिरा गांधी में भारतीय पैरालंपिक समिति (पीसीआई) के सदस्यों शुभकामनाएं देते हुए अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डे पर विदा किया।
इससे पहले, मंगलवार को भारतीय दल ने माननीय प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के साथ वीडियो कॉन्फ्रेंस के माध्यम से बातचीत भी की।
तब प्रधानमंत्री ने जीवन में इतनी सारी बाधाओं को पार करने के लिए पैरा-एथलीटों की प्रशंसा की थी।
पीएम मोदी ने कहा था कि “भारत में एक खेल संस्कृति विकसित करने के लिए और पिछली पीढ़ियों के डर को दूर करने के लिए, हमें अपने तरीकों और प्रणाली में सुधार करते रहना होगा।”
वहीं, टोक्यो पैरालंपिक दल के साथ बातचीत के लिए प्रधानमंत्री को धन्यवाद देते हुए भारतीय पैरालंपिक समिति (पीसीआई) की अध्यक्ष दीपा मलिक ने कहा, “मैं आज सुबह उत्साहपूर्ण विदाई के लिए प्रधानमंत्री की आभारी हूं।
उन्होंने टोक्यो के लिए रवाना होने वाले एथलीटों को प्रेरित किया और उन्हें गर्मजोशी और खुशी से भर दिया।
मैं खेल मंत्रालय, भारतीय खेल प्राधिकरण और महासंघों को उनके निरंतर समर्थन के लिए धन्यवाद देना चाहता हूं, विशेष रूप से कोविड-19 महामारी के इस कठिन समय के दौरान जब हमें नहीं पता था कि टोक्यो पैरालिंपिक होगा या नहीं।
उनकी निरंतर मदद और समर्थन के बिना, हम कठिन समय के दौरान एथलीटों को प्रशिक्षित करने और उन्हें वैश्विक आयोजन के लिए तैयार करने में मदद नहीं कर पाते। मुझे यकीन है कि एथलीट टोक्यो पैरालिंपिक में भारतीय ध्वज को ऊंचा रखने के लिए अपना सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन करेंगे।
उल्लेखनीय है कि भारत 54 एथलीटों के साथ टोक्यो पैरालिंपिक में अपनी अब तक की सबसे बड़ी टुकड़ी भेज रहा है।
खेल की 9 विधाओं में प्रतिस्पर्धा करेंगे। पैरालंपिक का मेगा इवेंट 24 अगस्त 2021 से शुरू होगा और 5 सितंबर 2021 तक चलेगा।