रांची: झारखंड आंदोलनकारी संघर्ष मोर्चा के तत्वावधान में सोमवार को डॉ रामदयाल मुंडा की 82वीं जयंती मनाई गई।
इस दौरान मोरहाबादी स्थित डॉ रामदयाल मुंडा पार्क में मोर्चा के सदस्यों ने श्रद्धासुमन अर्पित किया। कार्यक्रम की अध्यक्षता कुमोद कुमार वर्मा ने की।
मौके पर रामदयाल मुंडा को झारखंड आंदोलकारी के रूप में चिन्हित कर द ग्रेट फादर ऑफ स्टेट देने की मांग की गई।
कार्यक्रम को संबोधित करते हुए मोर्चा के कार्यकारी अध्यक्ष राजू महतो ने कहा कि झारखंड के संस्कृति के मूल्यों की रक्षा के लिए राम दयाल मुंडा ने सर्वत्र त्याग दिया।
संस्कृति के अनुरूप झारखंड को गढ़ना आज की आवश्यकता है। संस्कृति से संस्कार एवं राज्य की पहचान है।
प्रवक्ता पुष्कर महतो ने कहा कि झारखंड आंदोलनकारियों को झारखंड अलग राज्य के उद्देश्यों को स्थापित करने तथा आबुआ हातू आबुआ राइज के सपना को साकार करना है।
अपने लक्ष्य एवं संस्कृति के अस्तित्व की रक्षा के लिए एक और आंदोलन करने की जरूरत है।
लोक गायिका एवं झारखंड आंदोलनकारी सीमा देवी द्वारा प्रस्तुत गीत के दौरान उपस्थित अजसू पार्टी के अध्यक्ष सुदेश कुमार महतो, संजय बसु मल्लिक ने नृत्य और देवशरण भगत ने नगाड़ा बजाए।
कार्यक्रम में झारखंड आंदोलनकारियों में प्रमुख रूप से दीपक महतो, सुबोध कुमार लकड़ा, रंजन बाड़ा, शत्रुघ्न महतो, मनोहर खलखो, भुनेश्वर केवट, विनीता खलखो सहित अन्य लोग उपस्थित थे।