नई दिल्ली: सेक्स Sex परफॉर्मेंस बेहतर बनाने के लिए अक्सर लोग वियाग्रा जैसी दवाओं का इस्तेमाल दुनिया के कई देशों में किया जाता है।
इस दवा को पुरुषों की यौन क्षमता से जोड़ा जाता है और बड़ी संख्या में लोग इनका इस्तेमाल करते हैं।
अध्ययन में सामने आया है कि वियाग्रा का लगातार इस्तेमाल लोगों के शरीर पर कई तरह के साइड इफेक्ट पैदा कर देता है।
वियाग्रा का इस्तेमाल करने वाले लोगों ने शिकायत की है कि इसको लगातार लेने से उनमें बहरेपन जैसे लक्षण प्रकट होने लगे।
ब्रिटेन में वियाग्रा लेने वाले नौ लोगों ने बताया कि इस दवा का इस्तेमाल करने के बाद बीते पांच सालों में उन्होंने और भी कई साइड इफेक्ट झेले हैं।
प्लेबॉय बॉस के नाम से मशहूर ह्यूग हेफनर ने भी एक बार यह दावा किया था कि वियाग्रा के बहुत ज्यादा इस्तेमाल ने उन्हें बहरा बना दिया था। सन 2017 में 91 साल की उम्र में उनका निधन हो गया।
वियाग्रा का इस्तेमाल करने वाले तीन लोगों ने कहा उन्हें प्राइवेट पार्ट से जुड़ी समस्याओं का भी सामना करना पड़ा। जबकि कुछ लोगों ने घंटों तक दर्द की शिकायत की।
रिपोर्ट के मुताबिक, सभी 543 साइड इफेक्ट्स वियाग्रा या मेडिकेशन के जेनरिक वर्जन सिल्डेनाफिल से जुड़े थे।
यह आंकड़े साल 2017 के बाद के पीरियड को कवर करते हैं, जब फार्मेसियों में काउंटर पर दवा खरीदने की अनुमति के लिए कानून में बदलाव किया गया था।
वियाग्रा लेने वालों में और भी कई तरह के साइड इफेक्ट्स की शिकायतें सामने आई हैं। इसमें उल्टी, बेहोशी, पेट फूलना, कमर दर्द, कन्फ्यूजन और मेमोरी लॉस जैसे लक्षण भी देखे गए हैं।
वियाग्रा का इस्तेमाल करने वाले एक यूजर ने बताया कि इसे लेने से उसकी आंखों की रोशनी पर बुरा असर पड़ा है। उसे हर जगह नीला-नीला सा दिखने लगा था।
रिपोर्ट के मुताबिक वियाग्रा के कारण आंखों में होने वाली इस समस्या के बाद इंसान रंगों की सही पहचान नहीं कर पाता है। इसका लगातार हाई डोज लेने से लोगों में अंधेपन की समस्या भी पैदा हो सकती है।
साइड इफेक्ट की वजह से ही हाल के दिनों में वियाग्रा की पूरी दुनिया में जमीन खोती जा रही है।
साल 2019 की शुरुआत में ही अमेरिका में इसकी बिक्री में 9 फीसदी की गिरावट दर्ज की गई थी।
2019 के समाप्त होते-होते कई बाजारों से यह ड्रग पूरी तरह गायब हो चुका है।
हालांकि, विशेषज्ञों का कहना है कि इरेक्टाइल डिसफंक्शन जैसी दिक्कतें होने पर लोग वियाग्रा का इस्तेमाल करते हैं।
जब तक ऐसी शिकायतें सामने आती रहेंगी तब तक इसके इलाज के लिए लोग वियाग्रा का इस्तेमाल करते रहेंगे।