नई दिल्ली: दुनियाभर में कोरोना महामारी की बढ़ते प्रकोप के बीच इसके वैक्सीन निर्माण की उपलब्धि पर अमेरिका ने लोगों में उम्मीद जगाई है। अमेरिकी कंपनी फाइजर ने एक वैक्सीन तैयार किया है लेकिन इसके भारत में लाने और लोगों तक पहुंचाने को लेकर दुविधा बनी हुई है।
इसी मुद्दे को उठाते हुए कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी ने केंद्र सरकार से हर भारतीय तक वैक्सीन की उपलब्धता सुनिश्चित करने की दिशा में लॉजिस्टिक्स पर काम करने की सलाह दी है। उन्होंने कहा कि जरूरी है कि भारत सरकार वैक्सीन के वितरण रणनीति को परिभाषित करे।
दरअसल, बीते दिन स्नोमैन लॉजिस्टिक् के सीईओ सुनील नायर ने कहा था कि ‘भारत में किसी भी फर्म के पास माइनस 40 डिग्री से ज्यादा की ठंडी में किसी वस्तु को ट्रांसपोर्ट करने की क्षमता नहीं है। जबकि फाइजर वैक्सीन के लिए माइनस 70 डिग्री स्टोरेज की आवश्यकता होती है।
ऐसे में इन कमियों के कारण इसका परिवहन करना मुश्किल होगा।’ सुनील नायर इस कथन का हवाला देते हुए ही राहुल गांधी ने भारत सरकार से जरूरी लॉजिस्टिक्स पर काम करने की बात पर बल दिया है।
कांग्रेस सासंद राहुल गांधी ने ट्वीट कर कहा, “भले ही फाइजर ने एक आशाजनक टीका बनाया है, लेकिन इसे हर भारतीय को उपलब्ध कराने के लिए लॉजिस्टिक्स पर काम करने की जरूरत है। भारत सरकार को एक वैक्सीन वितरण रणनीति को परिभाषित करना है और यह प्रत्येक भारतीय तक कैसे पहुंचेगी।”
उल्लेखनीय है कि अमेरिकी कंपनी ‘फाइजर’ जर्मन कंपनी ‘बायोनटेक’ के साथ मिलकर कोरोना वैक्सीन पर संयुक्त रूप से काम कर रही है। फाइजर और बायोनटेक ने इस वैक्सीन के क्लीनिकल परीक्षण को लेकर बड़े पैमाने पर डाटा भी जारी किया।
उन्होंने कहा कि कोविड-19 को रोकने के लिए उनका प्रयोग वाला टीका 90 फीसदी से अधिक असरदार साबित हुआ है। ऐसे में कंपनी के दावे को कोरोना के खिलाफ जंग में जीत के तौर पर देखा जा रहा है।