पाकुड़: महेशपुर डाक बंगला परिसर में बुधवार को संथाल परगना जागवार बैसी की बैठक आयोजित की गई।
इसकी अध्यक्षता प्रदीप हेम्ब्रम ने की। बैठक में मुख्य रूप से मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन के द्वारा देवघर हवाई अड्डा का नाम बाबा बैद्यनाथ अनुमोदित किए जाने पर जागवार बैसी ने कड़ा विरोध दर्ज किया।
मौके पर प्रदीप हेम्बरम ने कहा कि आजादी की पहली लड़ाई संथाल विद्रोह (वर्ष 1855- 56) की शुरुआत संथाल परगना क्षेत्र से ही शुरू हुई थी।
संथाल परगना स्वतंत्रता आंदोलन के शहीदों की भूमि है। यहाँ पर तिलकामांझी, सिदो, कान्हू, चांद, भैरव, फूलो-झानो, बैजल सोरेन जैसे अनेक स्वतंत्रता सेनानियों ने अंग्रेजों के शोषण के खिलाफ बिगुल फूंका था और कुर्बानियां दी थीं।
उन्होंने बताया कि 22 दिसंबर 1855 को संताल परगना जिला घोषित किया गया था।
वर्तमान में देवघर जिला भी संथाल परगना प्रमंडल का ही एक जिला है। जागवार बैसी यह मांग करती है कि शहीदों को सम्मान देते हुए झारखंड सरकार देवघर हवाई अड्डा का नाम सिदो – कान्हू मुर्मू किया जाए।
उन्होंने कहा कि अगर मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन द्वारा अनुमोदित बाबा बैद्यनाथ नाम को वापस नहीं लिया जाता है तो जागवार बैसी द्वारा उसका संपूर्ण संथाल परगना में पुरजोर विरोध प्रदर्शन किया जाएगा।