चतरा/रांची: चतरा सीमा पर रविवार को पुलिस और उग्रवादियों के बीच मुठभेड़ हुई। मुठभेड़ पलामू के मनातू थाना क्षेत्र के केदल और चतरा के कुन्दा थाना क्षेत्र के बीच में हुई है।
इस दौरान मौके से हथियार बनाने की लेथ मशीन कई हथियार और गोलियां बरामद की गई हैं। पुलिस इलाके में भी सर्च अभियान चला रही है।
चतरा के सीमावर्ती इलाके में उग्रवादी संगठन तृतीय प्रस्तुति कमेटी (टीपीसी) के उग्रवादियों के जमावड़े की सूचना मिली थी। सूचना पर तीन जिलों की पुलिस ने घेराबंदी की।
एक ओर से चतरा की पुलिस टीम, जबकि दूसरे ओर से रांची की जगुआर और तीसरे ओर से पलामू की पुलिस टीम ने घेराबंदी कर कार्रवाई की।
पुलिस को देखकर उग्रवादियों ने फायरिंग शुरू कर दी। जवाब में पुलिस ने भी फायरिंग की। अचानक तीन तरफ से घेराबंदी देखकर उग्रवादी घबरा गए और जंगल का फायदा उठाकर भाग निकले।
हालांकि अभी भी इलाके में सर्च अभियान चलाया जा रहा है। मौके से हथियार बनाने की लेथ मशीन, कई हथियार, खाने पीने का सामान और गोलियां बरामद की गई है।
आईजी अभियान एवी होमकर ने बताया कि इलाके में सर्च अभियान चलाया जा रहा है। उन्होंने बताया कि पुलिस अधीक्षक चतरा राकेश रंजन को टीपीसी के दस्ते की आवाजाही के संबंध में एक गुप्त सूचना प्राप्त हुई थी।
सूचना के आधार पर, झारखंड जगुआर और सैट टीमों के द्वारा एक सर्च अभियान चलाया गया।
सर्च अभियान के दौरान टीपीसी के दस्ते के साथ मुठभेड़ हुई, जिसमें पुलिस को भारी पड़ता देख टीपीसी का दस्ता घने जंगलों का सहारा लेकर भाग गई।
सर्च अभियान के दौरान पुलिस को टीपीसी की एक मिनी गन फैक्ट्री का पता लगा तथा एक 315 बोर राइफल भी बरामद की है, जिसमें सैकड़ों राउंड जिंदा कारतूस के अलावा बैरल आदि पिस्तौल भी हैं। इलाके में ऑपरेशन जारी है।