रांची: रांची के लोअर बाजार थाना पुलिस ने सदर अस्पताल का वेबसाइट हैक कर फर्जी तरीके से जन्म और मृत्यु प्रमाण पत्र जारी करने के मामले में यूआरएल नंबर और लॉगिन-आईडी के आधार पर जांच शुरू कर दी गई है।
थाना प्रभारी संजय कुमार ने मंगलवार को बताया कि सदर हॉस्पिटल के उपाधीक्षक सह जन्म-मृत्यु के उप निबंधक सव्यसाची मंडल ने मंगलवार को थाने में अज्ञात साइबर अपराधी के खिलाफ प्राथमिकी दर्ज कराई है।
साइबर अपराधी केंद्र सरकार द्वारा विकसित सिविल रजिस्ट्रेशन सिस्टम (सीआरएस) पोर्टल में सेंधमारी कर फर्जी जन्म-मृत्यु प्रमाण पत्र बना रहे हैं। रांची में अब तक ऐसे 29 मामले पकड़े गए हैं।
साइबर अपराधियों ने सदर हॉस्पिटल के उपाधीक्षक सह जन्म-मृत्यु के उप निबंधक सव्यसाची मंडल की आईडीऔर पासवर्ड हैक कर 22 जन्म प्रमाण पत्र और 7 मृत्यु प्रमाण पत्र बनाए हैं।
मंडल ने ऑनलाइन जारी किए गए प्रमाण पत्र की संख्या के आधार पर गड़बड़ी पकड़ी है।
उल्लेखनीय है कि जारी प्रमाण पत्र में रजिस्ट्रार का हस्ताक्षर अलग था। इस बात की सूचना जिला सांख्यिकी पदाधिकारी ने रजिस्ट्रार को दी।
इसके बाद रजिस्ट्रार की ओर से जांच करने के बाद पता चला कि सर्टिफिकेट फर्जी तरीके से जारी हुआ है। इस तरह पूरा मामला सामने आया।
फर्जी जन्म प्रमाण पत्र बबीता कुमारी,सोवा मरांडी, अलताब अंसारी, अमजद अंसारी, अनस रजा, शाहीजा सलीम,ऋतिक मांझी,शक्ति हांसदा,जैनब परवीन,आजाद कुमार,प्रिंस राज,सक्षम राज परमार,अरबाज खान,मो. मुजफ्फर हुसैन अंसारी,रहीमा खातून, नूर जहां खातून, दौलत खान,सान्या सिंह,लक्ष्मी देवी, अमन नुनिया, बिशाल नुनिया और शिव नारायण सिंह का बनाया गया है।
फर्जी मृत्यु प्रमाण पत्र, बुद्ध बहादुर क्षेत्री,रीता गुरुंग,अमित कुमार,लगन देवी,सोमरा मुंडा, शहीदन खातून और अंगुरी देवी का बनाया गया है।