खूंटी: केंद्रीय मंत्री और खूंटी के सांसद अर्जुन मुंडा ने शनिवार को समाहरणालय सभागार में सही पोषण देश रौशन की शपथ अधिकारियों और जन प्रतिनिधियों को दिलायी।
पोषण अभियान के तहत सही पोषण देश रौशन के संदेशों को साझा करते हुए खूंटी के विधायक नीलकंठ सिंह मुंडा, तोरपा के विधायक कोचे मुंडा, पुलिस अधीक्षक आशुतोष शेखर, उप विकास आयुक्त, अनुमण्डल पदाधिकारी सहित अन्य जनप्रतिनिधियों व अधिकारियों ने शपथ ग्रहण कर उचित पोषण का संकल्प लिया। इस दौरान केंद्रीय मंत्री ने पौष्टिक आहार युक्त स्टॉल का निरीक्षण किया।
इसी कड़ी में बच्चों को अन्नप्राशन कराया गया। गर्भवती महिलाओं की गोदभराई करते हुए उन्हें सेनेटाइजर, मास्क आदि उपलब्ध कराए गए। साथ ही प्राधानमंत्री मातृ वंदना योजना के तहत लाभ का वितरण किया गया।
इसके अतिरिक्त अनुकंपा के आधार पर कुल सात लाभार्थियों को नियुक्ति पत्र सौंपा गया।
कार्यक्रम के दौरान बताया गया कि पोषण माह का उद्देश्य लोगों में पोषण संंबंधी जानकारी व व्यवहार परिवर्तन है, ताकि कुपोषण के उन्मूलन में एक कदम आगे बढ़ा जा सके।
बताया गया कि गर्भवती माताओं को उनके खानपान की जानकारी देनी है, ताकि शिशु में कुपोषण को शुरुआती दौर में ही रोका जा सके।
इसके साथ ही जिले के अन्य ग्रामीण एवं सुदूरवर्ती क्षेत्रों में भी जागरुकता रथ के माध्यम से लोगों को कुपोषण के प्रति जागरूक किया जा रहा है।
इस अभियान के माध्यम से गर्भवती एवं धात्री महिलाओं को बच्चे के जन्म के छह माह तक सिर्फ मां का दूध ही पिलाने के लिए प्रेरित करना, शिशुओं के छह माह पूरे होने पर उन्हें स्तनपान के साथ-साथ पूरक आहार की जानकारी देना तथा खाना बनाने से पहले, खाने से पहले, शौच के बाद, कूड़ा-कचरा उठाने के बाद अपने हाथों को साबुन से धोने आदि विषयों की विस्तृत जानकारी साझा की जा रही है।
यह अभियान पूरे जिले भर में एक से 30 सितंबर तक चलाया जा रहा है। बताया गया कि किसी भी बच्चे के लिए 1000 दिन काफी महत्वपूर्ण होते हैं। जन्म से पूर्व नौ महीने तथा जन्म के बाद दो वर्ष महत्वपूर्ण होते हैं।
इस 1000 दिन में माता एवं बच्चों के पोषण से संबंधित ध्यान रखना अति आवश्यक होता है।
इसकी शुरुआत गर्भधारण से ही प्रारंभ होती है, जब माताओं को अपना चेकअप करना एवं अपने बच्चें के विकास पर ध्यान देना होता है।
उपायुक्त ने कहा कि जिला प्रशासन का प्रयास है कि पोषण माह के माध्यम से जिले के सभी लोगों को पोषण, बच्चों के स्वास्थ्य की देखभाल, माताओं एवं बच्चों के लिए उचित पौष्टिक आहार व अन्य की जानकारी दी जाए।