रांची: कांग्रेस के पूर्व मंत्री और इंटक के राष्ट्रीय अध्यक्ष केएन त्रिपाठी ने कहा है कि विधानसभा स्पीकर की ओर से नमाज पढ़ने के लिये कमरा आवंटन से संबंधित अधिसूचना जारी की गयी है, यह गलत है।
त्रिपाठी मंगलवार को राजकीय अतिथिशाला में प्रेस कॉन्फ्रेंस को संबोधित कर रहे थे।
उन्होंने कहा कि प्रावधान तो यह है कि सभी धर्मों के अनुयायियों के लिए एक प्रार्थना कक्ष आवंटित किया जाये।
त्रिपाठी ने कहा कि झारखंड का दुर्भाग्य है कि यहां की राजनीतिक संस्कृति खराब हो चुकी है।
उन्होंने कहा कि जब से झारखंड राज्य का निर्माण हुआ है तब से मात्र चार दिन का विधानसभा सत्र बुलाया जाता है।
इस चार दिन में विधायकों द्वारा विधानसभा को नाच-गाना करके रामलीला का मैदान बना दिया जाता है, जो बहुत ही आपत्तिजनक है।
उन्होंने विधानसभा अध्यक्ष से मांग की है कि नोटिफिकेशन को संशोधित कर जो कमरा आवंटित किया गया है, उस कमरे को हर व्यक्ति के लिए खोल दिया जाय।
क्योंकि, सरकारी संपत्ति, सरकारी भवनों का उपयोग सबके लिए समान रूप से किया जाना चाहिए।
उन्होंने भाजपा से मांग की है कि कम से कम अगले दो दिन 08 और 09 सितम्बर को जनता के हित में सवालों को पूछें।
उन्होंने कहा कि सरकार को कम से कम एक महीने का सत्र रखना चाहिए। राजनीतिक कल्चर के चलते प्रजातंत्र खराब हो गया है।
विधानसभा को हर बार चार दिन के सत्र में डुग्गी ड्रामा करके सत्र को भंग कर दिया जाएगा।
विपक्ष भी नहीं चाहेगी की जनता के प्रश्न को उठाएं और सरकार भी नहीं चाहेगी कि हम प्रश्नों का जवाब दें, तो फिर जनता के समस्याओं का समाधान कैसे होगा।
त्रिपाठी ने कहा कि अगर एक साल में चार दिन भी जनता के समस्याओं को नहीं उठा सकते, तो इस विधानसभा का मतलब ही क्या है।
जब विधायकों के विचार पांच साल तक लिए ही नहीं जाते, वो विचार देते ही नहीं है तो फिर उन विचारों पर समाधान कैसे होगा।