गुमला: बिशुनपुर पुलिस ने 24 घंटे में संगम उरांव हत्याकांड की गुत्थी सुलझाते हुए मृतक के दोस्त प्रेमचंद भगत उर्फ छोटना को गिरफ्तार कर गुमला जेल भेज दिया। आरोपित प्रेमचंद भगत ने पुलिस के समक्ष अपना जुर्म कबूल कर लिया है।
इस संबंध में गुमला के अनुमंडल पुलिस पदाधिकारी मनीष चंद्र लाल ने बुधवार को बिशुनपुर थाना परिसर में आयोजित प्रेस कांफ्रेंस में गिरफ्तार आरोपित को मीडिया के सामने प्रस्तुत किया।
लाल ने बताया कि महज 25 रूपये अंडे का बिल देने को लेकर प्रेम चंद भगत ने अपने ही दोस्त संगम भगत की हत्या कर दी थी।
उन्होंने बताया कि 6 सितंबर को संगम भगत नामक 20 वर्षीय युवक का शव तुमसे गांव स्थित कोयल नदी के समीप एक कुएं से बरामद किया गया था।
मामला दर्ज होने के बाद मृतक संगम भगत के दो दोस्तों आनंद व जितिया से पहले पुछताछ की गई।
उन्होंने बताया कि हम तीनों दोस्त 1 सितंबर को आदर बाजार गये थे। वहां खाने-पीने के बाद शाम में सारे लोग वापस लौट रहे थे।
इसी दौरान हम चारों लोग पोड़ी सरना के समीप प्रेमचंद भगत उर्फ छोटना मृतक का भी दोस्त था। रूक गयें और अंडा खाने लगें।
संगम ने अंडा का पैसा 25 रूपये प्रेमचंद भगत को देने के लिए कहा। इसी बात को लेकर दोनों में विवाद उत्पन्न हो गया।
इसके बाद आनंद और जितिया वहीं पर रूक गये। संगम और प्रेमचंद बाइक से घर जाने लगें।
करमटोली पुलिया के पास संगम को बाइक से नीचे उतारते हुए प्रेमचंद भगत ने कहा कि वह घर में बाईक छोड़ कर आ रहा है, इंतजार करना।
इसके बाद प्रेमचंद घर से टांगी लेकर आया और संगम पर कई प्रहार किया। इससे संगम गंभीर रूप से घायल हो गया। प्रेमचंद ने अपने दोस्त संगम भगत को घायलावस्था में ही एक कुएं में डाल दिया। इससे उसकी मौत हो गई।