नई दिल्ली: मोदी सरकार द्वारा लागू तीन नये कृषि कानूनों के विरोध में किसानों का आंदोलन मंगलवार को 13वें दिन जारी है। किसान संगठनों ने भारत बंद का ऐलान किया है।
हालांकि संगठनों के नेताओं ने लोगों से देशव्यापी बंद के दौरान शांति बनाए रखने की अपील की है। दिन में 11 बजे से लेकर तीन बजे तक चक्का जाम रखने का एलान किया गया है।
किसान नेताओं ने हालांकि इस बात की हिदायत दी है कि रोड जाम के दौरान एंबुलेंस और इमरजेंसी सर्विसेज को बाधित नहीं किया जाएगा।
केंद्र सरकार के नये कृषि कानूनों का विरोध संसद से शुरू हुआ और अब सड़कों पर है। विपक्ष में शामिल तकरीबन तमाम राजनीतिक दलों ने किसानों के भारत बंद करने का समर्थन किया है।
इसके अलावा, अनेक ट्रेड यूनियन समेत सब्जी, फल व अन्य रोजमर्रा की जरूरतों की वस्तुओं और सेवाओं से जुड़े कई संगठनों ने किसानों द्वारा किए गए देशव्यापी बंद का समर्थन देने का ऐलान किया है।
केंद्र सरकार ने बीते सितंबर महीने में कृषि से जुड़े तीन कानून लागू किए जिनमें कृषि और संबद्ध क्षेत्र में सुधार के मकसद से लागू किए गए तीन नये कानूनों में कृषक उपज व्यापार और वाणिज्य (संवर्धन और सुविधा) कानून 2020, कृषक (सशक्तीकरण एवं संरक्षण) कीमत आश्वासन और कृषि सेवा करार कानून 2020 और आवश्यक वस्तु (संशोधन) कानून 2020 शामिल हैं।
तीनों विधेयकों के संसद में पेश होने से लेकर पारित होने तक दोनों सदनों में इनका विपक्षी दलों के सांसदों ने पुरजोर विरोध किया। राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन (राजग) में लंबे समय से घटक दल के रूप में भारतीय जनता पार्टी के सहयोगी रहे शिरोमणि अकाली दल (शिअद) ने भी विधेयकों का विरोध करते हुए राजग से नाता तोड़ लिया।
विधेयक पारित होने के बाद ये तीनों कानून जब से लागू हुए हैं तभी से पंजाब और हरियाणा में किसान संगठन इनका विरोध कर रहे है और अब 26 नवंबर से दिल्ली की सीमाओं पर वे डटे हुए हैं।
किसानों के प्रतिनिधियों ने तीनों कानूनों में अनेक खामियां गिनाते हुए सरकार से इन्हें वापस लेने की मांग की हैं, जबकि सरकार ने उन्हें संशोधन करवाने का प्रस्ताव दिया है।
किसान नेताओं और केंद्र सरकार के बीच इस मसले को लेकर पांच दौर की वार्ताएं हो चुकी हैं और अगले दौर की वार्ता अब नौ दिसंबर को होगी। लेकिन इससे पहले आज (मंगलवार) को किसान संगठनों ने भारत बंद का आह्वान किया है।
भारतीय किसान यूनियन (भाकियू) के हरियाणा के अध्यक्ष गुरनाम सिंह चढ़ूनी ने मजदूरों से लेकर व्यापारियों तक सबसे भारत बंद में सहयोग करने की अपील की है।
उन्होंने लोगों से भारत बंद के दौरान सुबह से लेकर दिन के तीन बजे तक बाजार, दुकान और संस्थान को बंद रखने की अपील की है।
भाकियू नेता ने कहा कि उनका किसानों का यह प्रदर्शन शांतिपूर्ण चल रहा है और भारत बंद के दौरान भी उन्होंने सबसे शांति बनाए रखने और शरारती तत्वों को इसमें शामिल नहीं होने देने की अपील की है।
उन्होंने प्रदर्शनकारियों से कहा है कि अगर कोई शरारती तत्व नजर आता है तो उसे पकड़कर पुलिस के हवाले कर दें।