खूंटी: पुलिस की सक्रियता के कारण दो बच्चियों को मानव तस्करी का शिकार होने से बच गयी।
दोनों बच्चियों को बहला-फुसलाकर दिल्ली ले जा रहा था, लेकिन इसकी जानकारी पुलिस को मिल गयी।
सूचना मिलते ही एंटीहयूमन ट्रैफिकिंग पुलिस की टीम ने तुपुदाना थाना की पुलिस के सहयोग से सतरंजी बाजार के पास बुधवार को दोनों बच्चियों को मुक्त करा लिया और तस्कर बिरसा मुंंडा को गिरफ्तार कर लिया।
जानकारी के अनुसार दोनों बच्चियों के माता-पिता ने एंटी ह्यूमन ट्रैफिकिंग यूनिट को लिखित सूचना देकर बताया था कि घर में उनकी दोनों बेटियों को मानव तस्कर कहीं ले जा रहा है।
सूचना मिलते ही पुलिस ने छापेमारी कर दोनों बच्चियों को मुक्त कराया। पुलिस ने दोनों बच्चियों की मेडिकल जांच कराकर उन्हें घर भेज दिया।
खूंटी महिला थाना प्रभारी अजय शर्मा ने बताया कि परिजनों की लिखित शिकायत पर कार्रवाई की गई है।
परिजनों ने पुलिस को बताया था कि वे राशन खरीदने जन वितरण प्रणाली दुकान गए थे।
वहां से लौटने पर दोनों बच्चियां घर से गायब थीं। बच्चयों के नहीं मिलने ये परेशान माता-पिता ने थाने में मामला दर्ज कराया।
महिला थाना प्रभारी अजय शर्मा और महिला आरक्षी सुशीला केरकेट्टा के नेतृत्व में एक टीम बनाई गई और रांची-खूंटी मार्ग पर सभी बसों की तलाशी शुरू की गई. इसी दौरान पुलिस ने दोनों बच्चियों को बरामद किया।
मानव तस्कर बिरसा मुंडा रांची के लापुंग थाना क्षेत्र के डिम्बा गांव का निवासी है। वह कई दिनों से क्षेत्र में घूम रहा था।
इसी दौरान वह नाबालिग बच्चियों के घर पहुंचा और दोनों बहनों को बहला-फुसलाकर दोनों को दिल्ली ले जाने के फिराक में जुट गया।
बिरसा मुंडा ने पुलिस को बताया कि खूंटी से रांची और रांची से बनारस होते हुए दोनों बच्चियों को दिल्ली ले जाने की योजना थी।