खूंटी: जिला और प्रखंड प्रशासन के साथ ही जन प्रतिनिधियों सेे बार-बार गुहार के बाद भी जब जर्जर सड़क का निर्माण नहीं कराया गया, तो ग्रामीणों ने बैठक कर अपने बल पर सड़क निर्माण की योजना बना डाली और दूसरे दिन ही गांव के महिला-पुरुषों ने पीसीसी पथ का निर्माण शुरू कर दिया।
तोरपा प्रखंड की पूर्वी पंचायत की सरना टोली से दियांकेल तक की सड़क इतनी जर्जर हो चुकी थी कि उस पर पैदल चलना भी मुश्किल हो गया।
लोगों ने श्रमदान कर तीन किलोमीटर सड़क का निर्माण कर दिया।
इसके पूर्व सरकार द्वारा सरना टोली से दियांकेल तक मात्र दो सौ मीटर तक सड़क बनाकर छोड़ दिया गया था। वह भी पूरी तरह जर्जर हो गयी थी।
इसके निर्माण को लेकर ग्रामीणों ने मुखिया से लेकर जिला प्रशासन के अधिकारियों को आवेदन दिया, पर किसी ने इसकी सुधि नहीं ली।
सड़क निर्माण में लगने वाले पत्थर, बालू, सीमेंट आदि के खर्च का वहन भी ग्रामीणों से सामूुहिक रूप से किया।
ज्ञात हो कि तोरपा प्रखंड मुख्यालय से महज तीन किलोमीटर की दूरी पर स्थित सरना टोली के ग्रामीण आज भी बुनियादी सुविधाओं का अभाव झेल रहे हैं।
सड़क निर्माण में योगदान देने वालों में नेलन तोपनो, हेरमन तोपनो, दिव्यानी तोपनो, मसीह दास तोपनो, संतोष होरो, मरीन तोपनो, बिपिन हेमरोम, जेम्स तोपनो, मनसिद्धद्ध तोपनो आदि सहित कई ग्रामीणों ने योगदान दिया।