नई दिल्ली: जॉनसन एंड जॉनसन कंपनी की सिंगल डोज़ कोरोना वैक्सीन भारतीय बाजारों में अगले महीने आ सकती है।
अमेरिकी फॉर्मा कंपनी की यह वैक्सीन भारत में हैदराबाद की कंपनी बायोलॉकिल ई बना रही है।
पिछले महीने ड्रग कंट्रोलर जनरल ऑफ इंडिया ने इस वैक्सीन के इमरजेंसी इस्तेमाल की मंजूरी दी थी।
कोरोना को मात देने के लिए भारत के पास अब कुल मिलाकर 5 इमरजेंसी वैक्सीन उपलब्ध हैं।
भारत में सबसे पहले कोविशील्ड और कोवैक्सिन को मंजूरी दी गई थी।
इसके बाद स्पूतनिक वी, मॉडर्ना और ज़ायडस कैडिला के जेडवाय कोविड को सरकार ने हरी झंडी दी।
और अब जॉनसन एंड जॉनसन की सिंगल डोज़ वैक्सीन को मंजूरी मिल गई है।
अगले सप्ताह तक फाइनल टेस्टिंग के लिए इसे केंद्रीय औषधि प्रयोगशाला (सीडीएल), कसौली और राष्ट्रीय कोशिका विज्ञान केंद्र (एनसीसीएस), पुणे में भेजे जाने की उम्मीद है।
सूत्रों की माने तो बैच और दस्तावेजों का निरीक्षण जारी है। जल्द ही, उन्हें सुरक्षा और गुणवत्ता परीक्षण के लिए जारी कर दिया जाएगा।
उन्होंने कहा, ‘अगर सब कुछ सुचारू रूप से चला तो अगले महीने तक टीकाकरण अभियान के लिए टीका उपलब्ध होने की संभावना है।
’स्वास्थ्य और परिवार कल्याण मंत्रालय के एक अन्य सूत्र ने पुष्टि की है कि जल्द ही वैक्सीन को रोल आउट किया जाएगा।
उन्होंने कहा, ‘हम डीसीजीआई से कुछ सामान्य प्रक्रियाओं पर मंजूरी का इंतजार कर रहे हैं।
एक बार जब वो आगे बढ़ जाते हैं, तो वैक्सीन को बाजार में आने में एक महीने से भी कम समय लगेगा।
’ ट्रायल के नतीजों के आधार पर कहा गया है कि सार्स कोव-2 के सभी वेरिएंट को रोकने में ये सिंगल शॉट वैक्सीन 70 प्रतिशत तक प्रभावी है।
जबकि बीमारी के गंभीर मामलों को रोकने में तो ये 86 प्रतिशत तक प्रभावी है।
अगले महीने जॉनसन एंड जॉनसन की कितनी डोज़ मिलेंगी इस बारे में फिलहाल कोई जानकारी नहीं मिली है। लेकिन अधिकारियों का कहना है कि ये सिंगल डोज़ वैक्सीन है इसलिए ज्यादा से ज्यादा लोगों को कवर किया जा सकेगा।