रामगढ़: लगभग 6 महीने के बाद झारखंड के एकमात्र सिद्ध पीठ रजरप्पा मां छिन्नमस्तिके का दरबार एक बार फिर श्रद्धालुओं के लिए खोल दिया गया है।
झारखंड सरकार के द्वारा जारी किए गए आदेश के बाद बुधवार को पूरे मंदिर प्रांगण को साफ किया गया।
इसके बाद गुरुवार की सुबह चार बजे मंदिर प्रांगण को श्रद्धालुओं के लिए खोला गया।
यहां सबसे पहले श्रद्धालु के रूप में गिरिडीह सांसद चंद्र प्रकाश चौधरी ने पूजा की। वह सुबह चार बजे ही मंदिर के पुजारियों के साथ वहां पहुंचे और मां छिन्नमस्तिका की आराधना की।
पूजा करने के बाद जब वह बाहर निकले तो उन्होंने कहा कि पूरा देश कोरोना की महामारी की वजह से त्रस्त है।
झारखंड में अब कोरोना काफी नियंत्रण में है। यहां के मंदिरों के द्वार लोगों के लिए खोले गए हैं, यह काफी अच्छी बात है।
पिछले 6 महीने से भक्त यहां आ तो रहे थे, लेकिन उन्हें माता के दर्शन नहीं हो पा रहे थे। वह बाहर से ही मां की स्तुति कर चले जा रहे थे।
मां छिन्नमस्तिका से प्रार्थना है कि वह इस प्रदेश को उन्नति की राह पर ले जाएं और कोरोना महामारी को दूर करने में लोगों की मदद करें।
चंद्र प्रकाश चौधरी ने कहा कि रजरप्पा मां छिन्नमस्तिके मंदिर पूरे प्रदेश ही नहीं बल्कि पूरे देश के श्रद्धालुओं के लिए एक अहम स्थान है।
झारखंड में ऐसे कई मंदिर हैं जहां पर्यटकों और श्रद्धालुओं का आना जाना लगा रहता है। यह सौभाग्य है कि आज मैंने पहले श्रद्धालु के रूप में पूजा की है। उन्होंने रामगढ़ और पूरे झारखंड के उन्नति की कामना भी की है।