गिरिडीह: भाजपा विधायक दल के नेता और पूर्व मुख्यमंत्री बाबूलाल मरांडी ने कहा कि कृषि कानून के खिलाफ सत्ताधारी दल के लोगों का आंदोलन सिर्फ दोहरा चरित्र है।
जिन लोगों ने किसानों के लिए कुछ नहीं किया वही लोग विरोध कर रहे हैं। कृषि कानून के विरोधी इस कानून तहत अपनी राजनैतिक चमकाने में लगे हैं। हमें लगता है कि कृषि विधेयक के बारे में जो नहीं जानते है, जिसके कारण राज्य के सत्ता दल के लोग सड़क पर उतरे है।
एक भी किसान इस कानून का विरोध नहीं कर रहा है। बाबूलाल मरांडी सोमवार को पत्रकारों से बातचीत कर रहे थे।
उन्होंने कहा कि यदि सही मायने में किसानों के हितैषी है, तो मार्च अप्रैल में किसान का बजट होता है जो आठ महीने बीत चुके है। आठ महीने में पांच प्रतिशत भी कृषि बजट में सरकार ने खर्च नहीं की है।
उस दिशा में हेमंत सरकार ने क्यो नहीं काम किया। विधानसभा में घोषणा की गई थी कि किसानों का कर्ज माफ करेंगे। लेकिन यहां तो मुंगेरी लाल का हसीन सपना दिखा रहे हैं।
उन्होंने कहा कि किसान कानून का विरोध करने वाले सही में अगर किसानों के हितैषी होते तो किसानों के प्रति सोच होनी चाहिये। किसानों के प्रति कार्य करना चाहिये।
सिर्फ राजनैतिक चमकाने से कुछ नहीं होगा। राज्य की जनता सब समझ रही है