पाकुड़: महेशपुर थाना क्षेत्र के घाटचोरा गांव के ग्रामीणों ने जादू टोना करने के आरोप में गांव की ही दो महिलाओं को गत बुधवार की देर रात तक बंधक बनाकर बिजली के खंभे में घंटों बांधकर रखा था।
ग्रामीणों का आरोप है कि वे गांव के ही मंगल मुरमू का पुतला बनाकर जादू टोना के जरिए कब्रिस्तान में उसका अंतिम संस्कार कर रही थीं।
संयोग से गांव के कुछ लोगों ने उन्हें ऐसा करते देख लिया। पूछताछ करने पर दोनों ने जादू टोना करने की बात स्वीकार की।
फिर क्या था मौके पर ग्रामीण जुट गए और उन्हें गांव में ही बिजली के खंभे से घंटों बांधकर रखा।
सूचना मिलते ही गुरुवार की सुबह एसडीपीओ महेशपुर नवनीत एंथोनी हेम्बरम अपने अधीनस्थ महेशपुर, पाकुड़िया तथा अमड़ापाड़ा तीनों थानों की पुलिस बल के साथ मौके पर पहुंचे और दोनों को छुड़ाने की कोशिश की।
लेकिन ग्रामीणों ने छोड़ने से मना कर दिया। बहुत समझाने के बाद ग्रामीण संथाल आदिवासी परंपरा के मुताबिक ग्राम प्रधान की मौजूदगी में पंचायत कर तय फैसले की शर्त पर छोड़ने को तैयार हुए।
पंचायत में कहा गया कि चूंकि दोनों महिलाओं ने आपसी विवाद में एक गलत परंपरा की शुरुआत की है इसलिए उन्हें आर्थिक जुर्माना भरना पड़ेगा। इसके मद्देनजर पंचायत ने दोनों को कुल दो लाख का जुर्माना लगाया।
साथ ही भविष्य में ऐसी गंदी हरकत न करने की हिदायत दी। उनके परिजन द्वारा तत्काल 20 हजार जमा करने के बाद उन्हें रिहा कर दिया।
जानकारी के मुताबिक दोनों महिलाओं सुहागिनी सोरेन और पकलु मुरमू का गांव के मंगल मुरमू के परिवार के साथ जमीन जायदाद संबंधी पुराना विवाद चल रहा था।
इसके मद्देनजर अंधविश्वास की मारी दोनों महिलाओं ने मंगल मुरमू का पुतला बनाकर कब्रिस्तान में दफन कर दिया।
उनका मानना था कि ऐसा करने से मंगल सपरिवार मर जाएगा। जिसकी जानकारी मिलते ही ग्रामीण उनके खिलाफ उग्र हो उठे थे।
इस संबंध में एसपी हृदीप पी जनार्दनन ने शुक्रवार को बताया कि घटना की सूचना मिलते ही पुलिस मौके पर पहुंच गई थी और समाज के सहयोग से उन्हें मुक्त करा लिया था।
जुर्माना वसूलने की बात है तो इसकी जानकारी पुलिस को नहीं है। अगर पीड़ित पक्ष इस संबंध में लिखित शिकायत दर्ज कराएगा तो निश्चित रूप से कार्रवाई की जाएगी।