दुमका: अवैध हथियार बनाने के कारोबार का शिकारीपाड़ा पुलिस ने गुरुवार को खुलासा किया है। पुलिस ने सूचना पर छापेमारी करते हुए करीब दो दर्जन अर्धनिर्मित देशी पिस्टल, 60 हजार नकदी, दो बाइक बरामद करते हुए चार को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया है।
पुलिस को यह सफलता थाना क्षेत्र के पत्ताबाड़ी चौक के समीप श्री राधे रिबोरिंग लेद दुकान में छापेमारी कर मिली।
गिरफ्तार आरोपितों में बिहार के मुंगेर जिला के बासुदेवपुर थाना क्षेत्र के माधोपुर गांव निवासी अरुण कुमार एवं बासेपुर थाना क्षेत्र के जेरबेहरा गांव निवासी मैसर है।
वहीं लखीसराय जिला के हलसी थाना क्षेत्र के मोदीनगर गांव निवासी रंधीर कुमार एवं गोरखपुर संडा गांव निवासी नीलेश कुमार है।
इसकी जानकारी देते हुए एसडीपीओ, सदर मोहम्मद नूर मुस्तफा ने बताया कि अवैध गन का मिनी फैक्ट्री में अवैध हथियार शिकारीपाड़ा थाना क्षेत्र के पत्ताबाड़ी स्थित श्री राधे रिबोरिंग लेद दुकान की आड़ में बनाया जाता था।
सूचना पर छापेमारी कर दो दर्जन से अधिक अर्धनिर्मित पिस्टल बरामद करते हुए बिहार के पांच नामजद आरोपियों के खिलाफ आर्म्स एक्ट के तहत मामला दर्ज करते हुए चार को पुलिस गिरफ्तार कर जेल भेज दिया गया है।
पुलिस की पकड़ से अब भी एक अन्य अपराधी बिहार के मुंगेर जिला के मुफस्सिल थाना क्षेत्र के बरदह गांव निवासी मो डबला शेख पुलिस की पकड़ से दूर है। एसडीपीओ ने बताया कि जल्द ही फरार अपराधी को पुलिस गिरफ्तार करने में सफल होगी।
पुलिस छापेमारी कर 60 हजार नगदी, दो स्कूटी व बाइक, एक मोबाईल, लेद के विभिन्न मशीन और अर्धनिर्मित पिस्टल के विभिन्न भाग दो दर्जन से अधिक बरामद की है।
एसडीपीओ ने बताया कि आरोपी मैसर की गिरफ्तारी पत्ताबाड़ी चौक स्थित एक होटल से की गई। पूछताछ के क्रम में बताया कि पिस्टल निर्माण के बाद बिहार के मुंगेर जिला के मुफस्सिल थाना क्षेत्र के बरघा गांव निवासी उढला शेख को बेचने का काम करता है। प्रति पिस्टल 2500 रुपये के हिसाब से बेचता था।