रामगढ़ः जिले के भुरकुंडा वन क्षेत्र की पौधशाला में कार्यरत वनरक्षी संतोष कुमार अपने कमरे के बेड पर मृत पड़े थे। घरवालों ने फोन कर पड़ोसी से कहा कि संतोष कुमार बहुत देर से फोन नहीं उठा रहे हैं।
इसके बाद पड़ोसी वनरक्षी संतोष शर्मा ने कमरे के पास जाकर काफी देर तक आवाज लगाई, लेकिन जब कोई जवाब नहीं मिला तो मामले की जानकारी उन्होंने फाॅरेस्टर प्रदीप साहू, मुखिया प्रदीप मांझी और भुरकुंडा पुलिस को दी।
इसके बाद पुलिस की मौजूदगी में जब कमरे का दरवाजा तोड़ा गया तो अंदर जो नजारा था उसे देखकर सभी अवाक रह गए। संतोष कुमार अपने बेड पर पड़े हुए थे।
आनन-फानन में तुरंत भुरकुंडा अस्पताल ले जाया गया, जहां डाॅक्टरों ने उन्हें मृत घोषित कर दिया। घटना शनिवार सुबह की है।
चार महीने पहले ही हुई थी शादी
बताया जाता है कि संतोष कुमार कुछ वक्त से बीमार चल रहे थे। उन्हें थायरायड और दिल की बीमारी थी।
उसका इलाज भी चल रहा था। संतोष कुमार चैनपुर बड़गांव के रहने वाले थे। वे 2018 से भुरकुंडा उप परिसर में कार्यरत थे। उनकी 4 महीने पहले ही शादी हुई थी।
फिलहाल उनके घरवालों को खबर कर दे दी गई है। वे लोग भुरकुंडा पहुंच गए हैं। पुलिस ने शव को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए रामगढ़ सदर अस्पताल भेज दिया है।