रामगढ़ : बहस, तू-तू मैं-मैं, धक्क-मुक्की और फिर मारपीट व लठबाजी। यह नजारा सोमवार को रामगढ़ कॉलेज परिसर में देखने को मिला। यह सब हुआ आजसू छात्र संघ और कॉलेज के भू-दाताओं के बीच।
इस मारपीट में आजसू छात्र संघ के तीन सदस्यों को काफी चोटें आयी हैं। अब रामगढ़ पुलिस इस पूरे मामले में जांच और कार्रवाई में जुट गयी है।
क्या है मामला?
दरअसल, रामगढ़ कॉलेज में इंटर साइंस की पढ़ाई को लेकर पिछले एक साल से विवाद चल रहा है। इस मुद्दे को लेकर आजसू छात्र संघ लगातार आंदोलन कर रहा है। आजसू नेताओं का कहना है कि इस कॉलेज में साइंस की भी पढ़ाई शुरू की जाये।
आजसू छात्र संघ का कहना है कि इस मामले में आजसू छात्र संघ का लगातार हस्तक्षेप कॉलेज के भू-दाताओं और छात्रों को नागवार गुजर रहा है।
इस बीच आजसू छात्र संघ ने घोषणा की थी कि वह सोमवार को कॉलेज में तालाबंदी करेगा। छात्र नेता राजेश कुमार महतो ने बताया कि इस आंदोलन के लिए उन्होंने कॉलेज प्रबंधन के साथ-साथ जिला प्रशासन को भी सूचना दी थी।
उन्होंने कहा कि इस कॉलेज में इंटर आर्ट्स और कॉमर्स की पढ़ाई हो रही है। लेकिन, कॉलेज में साइंस के विद्यार्थियों के लिए नामांकन बंद कर दिया गया है।
अगर दो संकाय की पढ़ाई हो रही है, तो तीसरे संकाय की पढ़ाई के लिए कॉलेज प्रबंधन पीछे क्यों हट रहा है? इससे छात्रों का भविष्य अधर में लटक सकता है।
साइंस के विद्यार्थियों को अपनी पढ़ाई पूरी करने के लिए दूसरे कॉलेज और यहां तक कि दूसरे जिले का रुख करना पड़ रहा है।
प्राचार्य कक्ष की तरफ बढ़े आजसू नेता, तो बरसने लगीं लाठियां
सोमवार को रामगढ़ कॉलेज में तालाबंदी करने पहुंचे आजसू छात्र संघ के साथ कॉलेज के भू-दाता, छात्र और कर्मियों की झड़प हो गयी। आरोप है कि जैसे ही बंद समर्थक छात्र कॉलेज के प्राचार्य कक्ष की ओर बढ़े, पहले से मौजूद कॉलेज के भू-दाता, छात्र और कॉलेजकर्मी विरोध के लिए आगे आ गये और फिर बहसबाजी के बाद मारपीट शुरू हो गयी। इन लोगों ने आजसू छात्र संघ से जुड़े लोगों को कॉलेज परिसर में दौड़ा-दौड़ाकर पीटा।
बात लाठी-डंडों से मारपीट तक पहुंच गयी। इससे कॉलेज में भगदड़ मच गयी। देखते ही देखते मामला इतना बढ़ गया कि रामगढ़ कॉलेज परिसर पुलिस छावनी में तब्दील हो गया।
आरोप यह भी है कि इस मारपीट के दौरान उग्र भीड़ को देखकर भी वहां मौजूद पुलिस मूकदर्शक बनी रही।
बातचीत से निकले हल, मारपीट उचित नहीं : प्रिंसिपल
इधर, कॉलेज से जुड़े कर्मचारियों का कहना है कि इंटर की पढ़ाई करने के लिए और भी संस्थान हैं। यहां उच्च शिक्षा की पढ़ाई होनी चाहिए। इस मुद्दे पर रामगढ़ कॉलेज के प्रिंसिपल डॉ मिथिलेश सिंह ने बताया कि वह सोमवार को कॉलेज परिसर में नहीं थे।
उन्हें इस बात की सूचना मिली है कि कॉलेज में दो पक्षों के बीच विवाद हुआ है। इस पूरे मामले की जांच पुलिस कर रही है। वह खुद घटना की जानकारी जुटा रहे हैं।
प्रिंसिपल ने कहा कि कॉलेज परिसर में शांति व्यवस्था बनी रहे, इसके लिए प्रबंधन भी अपने स्तर से पहल कर रहा है।
उन्होंने कहा कि वह दोनों पक्षों से अपील कर चुके हैं कि किसी समस्या का समाधान बातचीत से निकाला जाये। विवाद और मारपीट जैसी घटनाएं उचित नहीं हैं।