रांची: ओरमांझी थाना पुलिस ने हथियार दिखाकर गिट्टी व्यवसायियों से लूटपाट करने वाले मास्टरमाइंड सहित चार अपराधियों को गिरफ्तार किया है।
गिरफ्तार अपराधियों में नजमुल अंसारी उर्फ सोनू ,शिवकुमार, मोहम्मद दानिश और अमर कुमार महतो शामिल है।
इनके पास से एक लोडेड देसी कट्टा, एक जिंदा कारतूस, एक रियल मी कंपनी का मोबाइल 1100 रुपया नगद और काला रंग का यामाहा आर वन मोटरसाइकिल बरामद किया गया है।
ग्रामीण एसपी नौशाद आलम ने बुधवार को प्रेस कॉन्फ्रेंस में बताया कि गुप्त सूचना मिली थी कि ओरमांझी के पालू गांव में हथियार दिखाकर तीन अपराधी गिट्टी व्यवसायियों से रंगदारी मांग रहे हैं।
तीनों काले रंग के बाइक पर सवार है। सूचना के बाद सादे लिबास मिल पांच पुलिसकर्मियों की टीम बनाकर अपराधियों को पकड़ने के लिए भेजा गया।
टीम ने ग्रामीणों के सहयोग से नजमुल अंसारी उर्फ सोनू अंसारी को पकड़ लिया। जबकि दो अपराधी भागने में सफल रहे।
पूछताछ में नजमुल अंसारी ने बताया कि अमर कुमार महतो के कहने पर ही वह इस घटना को अंजाम दिया है। साथ ही इस घटना में फरार एक अपराधी शिव कुमार को भी गिरफ्तार किया गया।
मामले में मुख्य साजिशकर्ता अमर कुमार महतो को भी गिरफ्तार किया गया। जिसने स्वीकार किया है कि वह और नीरज कुमार शाह मिलकर गिट्टी की कटिंग चोरी का कार्य करते थे। किसी बात को लेकर इन दोनों के बीच में दुश्मनी हो गई थी।
दोनों ने अपना अलग-अलग व्यवसाय कर रखा था।लेकिन अमर महतो का व्यवसाय सही ढंग से नहीं चल पा रहा था।
इसी कारण अपने दोस्तों जीतू सिंह, शिवकुमार, नजमुल और सोनू अंसारी को नीरज शाह को आतंकित कर उसका व्यवसाय बंद कराने के लिए योजना बनाई थी।
जिससे नीरज शाह जो कि अवैध रूप से गिट्टी कटिंग कर बेचा करता था। वह अपना व्यवसाय बंद करके वहां से भाग जाए। उसके बाद अमर महतो का व्यवसाय ठीक ढंग से चलने लगे।
इस मामले में हथियार उपलब्ध कराने वाले मोहम्मद दानिश को भी गिरफ्तार किया गया। जिसने अपना दोस्त स्वीकार कर लिया। इस मामले में सिर्फ एक अपराधी जीतू सिंह की गिरफ्तारी नहीं हुई है।
जीतू की गिरफ्तारी के लिए छापेमारी की जा रही है। दोनों अपराधियों ने स्वीकार किया है कि उकरीद के रहने वाले एक अन्य व्यक्ति से भी हथियार दिखाकर 1000 रुपये रंगदारी लेने की बात स्वीकार की है।