लोहरदगा: लोहरदगा जिला के अवंतिका सभागार में आजसू पार्टी के जिला सम्मेलन को संबोधित करते हुए आजसू पार्टी के सुप्रीमो एवं पूर्व उपमुख्यमंत्री सुदेश महतो ने कहा कि झारखंड में कांग्रेस पार्टी एवं झारखंड मुक्ति मोर्चा की सरकार शासन की आड़ में शोषण करने का काम करती है, जबकि आजसू पार्टी सेवा का काम करती है। यही उनमें और हमारी पार्टी में अंतर है।
उन्होंने कहा कि गत चुनाव में झारखंड की भोली-भाली जनता से बोलकर झूठ की बुनियाद पर कॉग्रेस और झारखंड मुक्ति मोर्चा की सरकार बनी। चुनाव पूर्व इन दोनों पार्टियों ने बड़ी-बड़ी वादे करके जनता को मूर्ख बनाने का काम किया।
इनके घोषणापत्र में स्पष्ट था कि जब हमारी सरकार बनेगी तो हम पहली कैबिनेट में ही झारखंड में स्थानीय नीति लागू करेंगे और 1932 के खतियान को प्राथमिकता देंगे। साथ हीं 27 फीसदी आरक्षण ओबीसी वर्ग को देने का कार्य करेंगे।
इतना ही नहीं उन्होंने कहा था कि हम प्रत्येक वर्ष पांच लाख लोगों को सरकारी नौकरी देने का काम करेंगे और किसानों का कर्ज माफ करेंगे। किंतु आज लगभग दो वर्ष बीत गए एक भी वादा पूरा नहीं किया गया।
गरीबों को केंद्र सरकार जो जन वितरण दुकान के माध्यम से राशन दे रही है उसमें भी कटौती किया जा रहा है। सुदेश महतो ने कहा कि आज आवश्यक हो गया है कि हम सभी आजसू पार्टी को मजबूत करते हुए आने वाले चुनाव में ऐसी मतलब-परस्त पार्टियों को सबक सिखाने का काम करें।
लोहरदगा की पूर्व विधायक एवं आजसू पार्टी के केंद्रीय उपाध्यक्ष कमल किशोर भगत ने कहा कि गरीब-गुरबों के हक में लड़ाई लड़ने और झारखंड के विकास के लिए आंदोलन करने से हीं हम आजसू के कार्यकर्ताओं की पहचान बनी है।
झारखंड आंदोलन के हम उपज हैं। हमें गांव-गांव जाकर गांव के भोले भाले और जरूरतमंद लोगों की समस्याओं का निदान करना है।
आजसू पार्टी के केंद्रीय मुख्य प्रवक्ता डॉ देवशरण भगत ने पार्टी के विस्तार एवं नीति सिद्धांतों पर विस्तार से चर्चा की।
सम्मेलन को केंद्रीय प्रवक्ता मनोज सिंह, केंद्रीय महिला उपाध्यक्ष नीरू शांति भगत, अंजू देवी और अनीता देवी ने भी संबोधित किया अतिथियों का स्वागत भाषण केंद्रीय उपाध्यक्ष सह लोहरदगा प्रभारी हसन अंसारी और संचालन ओम भारती एवं रामचंद्र गिरि ने किया।
इस अवसर पर मुख्य रूप से लाल गुडडू नाथ शाहदेव, सूरज अग्रवाल, राजू गुप्ता, देवेंद्र साहू ,दिलीप साहू, राम लखन साहू, अरविंद यादव सहित लोहरदगा जिला के सभी प्रखंडों नगर वार्ड एवं पंचायतों के सक्रिय कार्यकर्ता हजारों की संख्या में उपस्थित थे।