पटना: लालू प्रसाद का मुकाबला करने के लिए राजग ने राज्य में होने वाले उपचुनाव के दौरान लालू और उनके परिवार पर प्रहार करने के लिए हिंदुस्तानी अवाम मोर्चा (हम) के अध्यक्ष जीतन राम मांझी और विकासशील इंसान पार्टी (वीआईपी) के अध्यक्ष मुकेश सहनी को आगे किया है। कुशेश्वर स्थान और तारापुर सीटों के लिए 30 अक्टूबर को मतदान होना है और 2 नवंबर को नतीजे आएंगे।
राजग के घटक जदयू ने दो उम्मीदवारों को मैदान में उतारा है, जो राजद का सामना करेंगे। बिहार विधानसभा चुनाव 2020 लालू प्रसाद के बिना लड़ा गया था, क्योंकि वह चारा घोटाले में जेल की सजा काट रहे थे।
अब उपचुनाव के समय वह जमानत पर बाहर हैं और राजद ने इन दोनों सीटों के लिए चुनाव प्रचार में धमाकेदार एंट्री का ऐलान किया है।
चूंकि लालू प्रसाद पिछड़े वर्गो, मुसलमानों, यादवों और अन्य सबसे पिछड़ी जातियों के बीच लोकप्रिय नेता हैं, इसलिए राजग के लिए विजयी होना एक कठिन चुनौती होगी। राजग ने लालू प्रसाद का मुकाबला करने के लिए अब मांझी और सहनी को आगे कर दिया है।
पूर्व मुख्यमंत्री जीतन राम मांझी ने लालू के बारे में कहा, जब आप राबड़ी देवी सरकार के दौरान बिहार के अघोषित मुख्यमंत्री थे, तो मैंने आपसे पर्वत-पुरुष दशरथ मांझी को सम्मान देने का अनुरोध किया था।
तब आपने दुर्भाग्यपूर्ण उत्तर दिया था। आपने कहा था कि मुशहर जाति का व्यक्ति कुर्सी पर नहीं बैठ सकता।
मांझी ने इसी जाति से ताल्लुक रखने वाले गणेश भारती को राजद का टिकट दिए जाने का जिक्र करते हुए कहा, यह जीतन (जीतन राम मांझी) के डर से है, आपने इस उपचुनाव में मुशहर जाति के एक व्यक्ति को सम्मान दिया है।
गणेश भारती दरभंगा में कुशेश्वर स्थान (एससी के लिए आरक्षित) सीट से चुनाव लड़ रहे हैं। मुकेश सहनी ने लालू प्रसाद और उनके परिवार पर भी हमला बोला। उन्होंने कहा कि तेजस्वी यादव ने 2020 के विधानसभा चुनाव से ठीक पहले उनकी पीठ में छुरा घोंप दिया था।
सहनी ने कहा, जब लालू प्रसाद जेल में थे, उन्होंने मुझसे फोन पर संपर्क किया था और महागठबंधन में शामिल होने के लिए कहा था।