न्यूज़ अरोमा रांची: राज्य में बलात्कार की घटना कम होने का नाम ही नहीं ले रही है।
संथाल परगना के दुमका जिले के मुसफिल थाना में आदिवासी महिला के साथ 17 युवकों द्वारा सामूहिक दुष्कर्म की घटना ने एक बार फिर राज्य को शर्मसार किया है।
भाजपा प्रदेश कार्यालय में बुधवार को आयोजित प्रेसवार्ता को संबोधित करते हुए पूर्व मंत्री लुईस मरांडी ने कहा कि हाट से लौट रहे दंपति को युवकों ने बंधक बना लिया।
घर से कुछ दूरी पर ही सुनसान इलाके में अपराधियों ने महिला के साथ घटना को अंजाम दिया।
मरांडी ने कहा कि हेमंत सोरेन की सरकार बनने के बाद संथाल परगना में आये दिन आदिवासी बच्ची, महिला, साध्वी से जिस तरह की बर्बरतापूर्ण अमानवीय घटना हो रही है उससे संथाल परगना की महिलाओं में डर का माहौल है।
कोई भी माता-पिता अपने बच्चियों को घर से बाहर बाजार-हाट भेजने में कतरा रहे हैं।
मरांडी ने कहा कि हेमंत सोरेन की सरकार बनने के बाद 1300 से भी अधिक दुष्कर्म की घटनाएं हुई है।
कुल आंकड़ा देखा जाए तो प्रतिदिन 5 महिलाओं के साथ दुष्कर्म की घटना घटित हो रही है।
भाजपा महिला मोर्चा की प्रदेश अध्यक्ष आरती कुजूर ने कहा कि आदिवासी समाज के नाम पर राजनीति करने वाली हेमंत सोरेन की सरकार में आदिवासी ही सुरक्षित नहीं है।
राज्य में जिस तरह से महिलाओं पर अत्याचार एवं दुष्कर्म की घटना में बढ़ोतरी हुई है उससे राज्य सरकार की नपुंसकता को दर्शाता है।