रांची: राज्य में बढ़ती सड़क दुर्घटनाओं को देखते हुए परिवहन विभाग ने 72 ऐसे स्थानों को चिह्नित किए हैं, जहां ज्यादा हादसे होते हैं।
तीन साल पहले ऐसे ब्लैक स्पॉट की संख्या 95 थीं, जो इस साल घटकर 72 हो गई हैं। ये सारे ब्लैक स्पॉट नेशनल हाइवे और राज्य की प्रमुख सड़कों पर हैं।
वर्ष 2020-21 में एनएच और प्रमुख सड़कों पर 468 दुर्घटनाएं हुईं, जिनमें 774 लोगों की जान चली गई। एनएच-33 (रांची-रामगढ़ रोड) पर सबसे अधिक 14 दुर्घटनाएं हुईं हैं।
गढ़वा में एनएच-343 पर अन्नराज घाटी में आधा किलोमीटर ब्लैक स्पॉट है, जहां सबसे अधिक 12 हादसे हुए हैं। एनएच-2 (जीटी रोड) पर 11 दुर्घटनाएं और 75 पर 5 दुर्घटनाएं हुईं हैं।
परिवहन विभाग के अनुसार, रांची में 10 ब्लैक स्पॉट हैं, जो नामकुम, नगड़ी, बूटी मोड़, तिलता रातू, दलादिली, खेलगांव, ओरमांझी, लोअर बाजार और कांके में है। जबकि, तीन साल पहले 7 ब्लैक स्पॉट थे।
इसके अलावा रामगढ़ में 3, गुमला में 2, चंदवा में 3, टंडवा में 2, रमना, पत्थरगामा, बसिया, चंदवारा, डोमचांच, तिलैया, मनिका, इचाक, नवाबाजार, सतबरवा, सेनहा व इटखोरी ऐसे ब्लैक स्पॉट हैं, जहां आधा किमी से एक किलोमीटर की दूरी में 5 से अधिक एक्सीडेंट हुए हैं।