रांची: आतंकवाद निरोधक दस्ता (ATS) की टीम ने रांची के कांटाटोली पेट्रोल पंप के पास से इरफान अंसारी फिल्मी अंदाज में अपनी गिरफ्त में ले लिया।
शुक्रवार को एटीएस टीम ने अचानक इरफान अंसारी को उठाया। इसके बाद परिजन अपहरण करने की बात कहने लगे। वह लातेहार जिले का रहनेवाला है।
पुलिस सूत्रों के अनुसार कुख्यात अपराधी अमन साव से इरफान के संबंध है । वह अमन साव का काफी करीबी और भरोसेमंद है।
इनपुट के आधार पर ATS की टीम ने शुक्रवार को कार्रवाई की
इसी इनपुट के आधार पर एटीएस की टीम ने शुक्रवार को कार्रवाई की। टीम उसे अपने साथ ले गई है। गुप्त स्थान पर रखकर टेरर फंडिंग में भी उससे गहन पूछताछ की जा रही है।
स्कॉर्पियो से लगभग छह लोग बाहर निकले और…
उल्लेखनीय है कि मौलाना आजाद कॉलोनी निवासी मोहम्मद इरफान अंसारी अपने काले रंग की स्कार्पियो से कांटा टोली की ओर आ रहे थे।
चौक पहुंचने के ठीक पहले पेट्रोल पंप के पास उनके वाहन को ओवरटेक कर रोका गया और दूसरे स्कॉर्पियो से लगभग छह लोग बाहर निकले और मोहम्मद इरफान को उनकी गाड़ी से खींच कर उतार लिया उसे जबरन अपनी गाड़ी में बैठा लिया।
इसके बाद उन्होंने इरफान के साथ गाड़ी में बैठे उनके दोस्त सिराजुल अंसारी को भी अपने साथ उठा ले गए। मोहम्मद इरफान को लेकर जाने वालों ने पीछे से उनकी स्कॉर्पियो को भी साथ ले गए।
अपहरण की जानकारी मिलने के बाद मोहम्मद इरफान की पत्नी नसीमा बानो कभी सदर, कभी चुटिया, तो कभी लोअर बाजार थाने का चक्कर लगा रही है। लेकिन उसे कहीं से कोई जानकारी नहीं मिल पा रही है।
इरफान के बेटे वसीम अंसारी ने बताया
मामले को लेकर परिजनों ने बताया कि मोहम्मद इरफान का लातेहार मेको मोड़ में मेसर्स सनराइज ऑटो के नाम से ऑटो टेंपो एवं ट्रैक्टर की एजेंसी है।
इरफान के बेटे वसीम अंसारी ने बताया कि उसके पिता उसके लिए मोबाइल खरीदने घर से निकले थे।
कांटा टोली पहुंचते ही उन्हें किसी ने जबरन उठा लिया। जानकारी मिलने पर वसीम ने अपने पिता के मोबाइल पर फोन लगायी। दो बार घंटी बजी, लेकिन उसके बाद मोबाइल को स्विच ऑफ कर दिया गया।