रांची : भाजपा एससी मोर्चा ग्रामीण जिलाध्यक्ष जीतराम मुंडा की हत्या मुख्य आरोपी एक लाख रुपये के इनामी मनोज मुंडा ने पांच लाख रुपये की सुपारी देकर करायी थी।
यह जानकारी शनिवार को ग्रामीण एसपी नौशाद आलम ने प्रेस कॉन्फ्रेंस में दी। उन्होंने बताया कि रांची सिविल कोर्ट से गुरुवार को रांची पुलिस ने मनोज मुंडा को गिरफ्तार किया है। उसकी गिरफ्तारी बार एसोसिएशन के समीप से हुई है।
पुलिस के बढ़ते दबाव के कारण मनोज मुंडा सरेंडर करने के लिए कोर्ट पहुंचा हुआ था, लेकिन रांची पुलिस की एसआईटी टीम ने तत्परता दिखाते हुए उसे कोर्ट परिसर के बार एसोसिएशन के समीप से गिरफ्तार कर लिया।
ग्रामीण एसपी ने बताया कि पूछताछ में मनोज मुंडा ने पुलिस को बताया कि पूर्व की दुश्मनी के कारण उसने पांच लाख रुपये की सुपारी देकर जीतराम मुंडा की हत्या करायी थी।
मनोज की निशानदेही पर एक देसी कट्टा और 14 गोली बरामद किये गये। जीतराम मुंडा की हत्या पिछले महीने रांची के ओरमांझी थाना क्षेत्र में हुई थी। इसके बाद से ही इस हत्याकांड का मुख्य आरोपी मनोज मुंडा फरार चल रहा था।
उल्लेखनीय है कि 22 सितंबर की शाम पुतला दहन कार्यक्रम से लौटकर ओरमांझी थाना क्षेत्र में भाजपा नेता जीतराम मुंडा पालू स्थित आर्यन ढाबा पहुंचे थे।
आर्यन ढाबा के मालिक भाजपा कार्यकर्ता राज किशोर साहू के साथ चाय पी रहे थे। इसी दौरान एक अपराधी वहां पहुंचा और कनपटी पर गोली चला दी थी।
गोली चलाने पर निकले छर्रा से बगल में बैठे राज किशोर साहू भी जख्मी हो गये थे। गोली मारने के बाद सभी अपराधी ओरमांझी ब्लॉक चौक की तरफ भाग गये थे। जबकि, भाजपा नेता जीतराम मुंडा की इलाज के दौरान मेदांता में मौत हो गयी थी।
इस हत्याकांड का मुख्य आरोपी मनोज मुंडा फरार चल रहा था। जीतराम मुंडा की हत्या की सुपारी मनोज मुंडा ने यूपी के शूटर डब्लू यादव को दी थी।
इस मामले में एसएसपी सुरेंद्र झा के निर्देश पर गठित एसआईटी की टीम ने कार्रवाई करते हुए 28 सितंबर को उत्तरप्रदेश के गाजीपुर से डब्लू यादव और रांची से कार्तिक मुंडा को गिरफ्तार किया था।
इनके पास से घटना में प्रयुक्त मारुति स्विफ्ट कार, एक पल्सर बाइक, एक स्कूटी, मोबाइल फोन, छह सिम कार्ड, दो कपड़ा, बस टिकट (बनारस से रांची का), आधार कार्ड, फर्जी ड्राइविंग लाइसेंस सहित अन्य सामान बरामद किये गये थे। गिरफ्तार डब्लू यादव पैसा के लिए किसी को भी गोली मार देता है।
डब्लू यादव पूर्व में भी बनारस के एक छात्र नेता की हत्या के आरोप में वर्ष 2015 में जेल गया था, जो पांच वर्ष जेल में रहकर पिछले वर्ष जेल से बाहर आया है।