नई दिल्ली: आधिकारिक सूत्रों ने बुधवार को आईएएनएस को बताया कि राष्ट्रीय राजधानी में दिल्ली पुलिस के विशेष सेल द्वारा गिरफ्तार किए गए संदिग्ध पाकिस्तानी आतंकवादी ने खुलासा किया है कि वह 2011 में दिल्ली उच्च न्यायालय विस्फोट में शामिल था।
सूत्र ने कहा कि उसने स्वीकार किया कि उसने 2011 में विस्फोट से पहले दिल्ली उच्च न्यायालय की रेकी की थी। हालांकि, विस्फोट को अंजाम देने में उसकी आगे की संलिप्तता का पता नहीं चल पाया है।
दिल्ली में हुए इस आतंकी हमले के अलावा गिरफ्तार पाकिस्तानी नागरिक, जिसकी पहचान मोहम्मद अशरफ उर्फ अली के रूप में हुई है, उसने खुलासा किया कि वह देश, खासकर जम्मू-कश्मीर में कई आतंकी गतिविधियों में शामिल था।
अशरफ ने पूछताछ के दौरान खुलासा किया कि वह 2009 में जम्मू के बस स्टेशन पर हुए आतंकी हमले में भी शामिल था। हमले को पाकिस्तान की इंटर-सर्विसेज इंटेलिजेंस के निर्देश पर अंजाम दिया गया था।
सूत्र ने रेखांकित किया कि यह भारत में हर आतंकी गतिविधि में पाकिस्तान की भूमिका का एक स्पष्ट सबूत है।
दिल्ली के भीड़भाड़ वाले लक्ष्मीनगर इलाके से सोमवार को रात करीब नौ बजे संदिग्ध आतंकी मोहम्मद अशरफ को गिरफ्तार किया गया।
स्पेशल सेल ने पहले कहा था कि आईएसआई ने इस आतंकवादी को कम से कम छह महीने पहले 2004 में प्रशिक्षित किया था।
उसी वर्ष, वह पश्चिम बंगाल के सिलीगुड़ी सीमा पर बांग्लादेश के माध्यम से भारत में प्रवेश करने में सफल रहा था।
तब से वह भारत में स्लीपर सेल के रूप में रह रहा था। एक अधिकारी ने कहा कि भारत में प्रवेश करने के बाद, वह अजमेर गया और एक स्थानीय मस्जिद, अजमेर में एक मौलवी से दोस्ती की।
वर्ष 2006 में, वह उक्त मौलवी के साथ दिल्ली आया था।मंगलवार को पूछताछ के दौरान संदिग्ध आतंकी ने यह भी खुलासा किया है कि उसने जम्मू-कश्मीर में आतंकियों को कई बार हथियार और गोला-बारूद की आपूर्ति की है।
सूत्रों ने कहा, उसकी हर गतिविधि आईएसआई के निर्देश पर होती थी। आरोपी आतंकी को पाकिस्तान की आईएसआई के इशारे पर इस त्योहारी सीजन में आतंकी हमले को अंजाम देने का जिम्मा सौंपा गया था।
इससे पहले भी 14 सितंबर को, दिल्ली पुलिस की स्पेशल सेल ने पाकिस्तान स्थित एक आतंकी मॉड्यूल का भंडाफोड़ किया था और सात संदिग्ध आतंकवादियों को गिरफ्तार किया था, जिनमें दो ऐसे लोग शामिल थे, जिन्हें आईएसआई ने प्रशिक्षित किया था।
गिरफ्तार आतंकी इस त्योहारी सीजन में देश में आतंकी हमले को अंजाम देने की भी योजना बना रहे थे। फिलहाल सभी आरोपी पुलिस हिरासत में हैं।