रामगढ़: रामगढ़ जिले में अनुसूचित जाति के लोगों को मुख्यमंत्री पशुधन योजना का लाभ शत-प्रतिशत अनुदान पर देना है। जितने भी आवेदन इस योजना के तहत अब तक विभाग को मिले हैं उसकी जांच कर तत्काल प्रक्रिया पूरी करनी है।
यह बात शनिवार को डीसी माधुरी मिश्रा ने बैठक के दौरान कही।विभाग द्वारा अनुसूचित जनजाति के लोगों को दिए जा रहे मुख्यमंत्री पशुधन योजना के लाभ के संबंध में जिला स्तरीय समिति की बैठक का आयोजन किया गया।
बैठक के दौरान उपायुक्त ने जिला कल्याण पदाधिकारी से अब तक मुख्यमंत्री पशुधन योजना के माध्यम से अनुसूचित जनजाति के लोगों को दिए गए लाभ की जानकारी ली।
जिला कल्याण पदाधिकारी रामेश्वर चौधरी ने उपायुक्त को बताया कि पशुपालन विभाग द्वारा जारी किए गए दिशा निर्देशों का पालन करते हुए कल्याण विभाग द्वारा अनुसूचित जनजाति के लोगों को लाभ देने हेतु वृहद रूप से सभी प्रखंडों में प्रचार प्रसार किया गया।
जिसके उपरांत रामगढ़ जिला अंतर्गत अलग अलग प्रखण्डों से बकरी पालन के लिए 108, मुर्गी पालन के लिए 23, सूकर पालन के लिए 41 तथा बत्तख पालन के लिए 41 आवेदन प्राप्त हुए हैं।
उपायुक्त ने आवेदकों को लाभ देने हेतु आगे की प्रक्रिया के संबंध में चर्चा करते हुए जिला कल्याण पदाधिकारी को सभी लाभुकों के जाति सहित अन्य आवश्यक दस्तावेजों की गहन जांच करने का निर्देश दिया।
साथ ही समिति के अन्य सदस्यों के साथ लाभुकों को लाभ देने के संबंध में विस्तार से चर्चा करते हुए महत्वपूर्ण निर्णय लिए।।
उपायुक्त ने जेएसएलपीएस के डीपीएम गौरव कुमार को स्वयं सहायता समूह की दीदियों के माध्यम से योजना का व्यापक प्रचार-प्रसार करने एवं निर्धारित लक्ष्य के विरुद्ध शत प्रतिशत लाभुकों को मुख्यमंत्री पशुधन योजना का लाभ देने का निर्देश दिया।
बैठक के दौरान उप विकास आयुक्त, विधायक प्रतिनिधि रामगढ़, जिला पशुपालन पदाधिकारी, डीपीएम जेएसएलपीएस, सहायक जिला जनसंपर्क पदाधिकारी सहित अन्य उपस्थित थे।