रांची: झारखंड पुलिस पर चोरी का सामान जब्त करने के बाद उसे हड़प लेने का आरोप लगा है। इस सामान की कीमत 55 लाख रुपये है। झारखंड पुलिस पर यह आरोप लगाया है पड़ोसी राज्य छत्तीसगढ़ की रायपुर पुलिस ने।
मामला इतना गंभीर है कि झारखंड पुलिस के आला अधिकारियों ने आरोपी पुलिसकर्मियों को सस्पेंड भी कर दिया है। सस्पेंड किये गये पुलिसकर्मियों में सिमडेगा जिला स्थित बांसजोर चौकी के प्रभारी सहित चार जवान शामिल हैं।
झारखंड पुलिस के आला अफसरों ने चौकी प्रभारी समेत पूरे स्टाफ के खिलाफ जांच के आदेश दे दिये हैं।
यह है मामला
दरअसल, छत्तीसगढ़ के रायपुर स्थित गुढ़ियारी में नवकार ज्वेलर्स नामक जेवर दुकान में चोरी हो गयी थी। इस दुकान से चुराये गये गहनों की कीमत 80 लाख रुपये है। घटना दो और तीन अक्टूबर की दरम्यानी रात की है।
चोरी करके एसयूवी कार से भागा गिरोह झारखंड के सिमडेगा स्थित बांसजोर में पकड़ा गया। उसके बाद बांसजोर पुलिस ने मीडिया को इस गिरफ्तारी की जानकारी दी।
बताया कि एसयूवी कार में चार लोग सवार थे। उनमें से दो लोग मौका पाकर वहां से फरार हो गये, जबकि दो अन्य को गिरफ्तार कर लिया गया। पुलिस ने उक्त एसयूवी कार से सिर्फ 25 लाख रुपये कीमत की चांदी बरामद की।
जबकि, पुलिस की नाकेबंदी देखकर फरार हुए दो आरोपी 55 लाख रुपये कीमत के जेवरात अपने साथ ले भागे। यह दावा किया बांसजोर चौकी के प्रभारी और जवानों ने।
उधर, रायपुर साइबर सेल और गुढ़ियारी पुलिस ने अपनी रिपोर्ट में बताया है कि दो और तीन अक्टूबर की रात नवकार ज्वेलर्स से जेवरात चुराने के बाद चोर एसयूवी कार से सराईपाली की ओर भागे थे।
वहां से उन्होंने राउरकेला होकर झारखंड में प्रवेश किया। बॉर्डर के पास बांसजोर चौकी की नाकेबंदी थी। बांसजोर चौकी पुलिस ने इस चोर गिरोह को तीन अक्टूबर को दिन के 11 बजे पकड़ लिया।
लेकिन, झारखंड पुलिस ने इसकी सूचना रायपुर पुलिस को नहीं दी, जबकि चोरी का मैसेज बॉर्डर के सभी जिलों में दे दिया गया था।
गुढ़ियारी पुलिस की रिपोर्ट में यह भी बताया गया है कि एसयूवी में सात आरोपी थे, जबकि बांसजोर पुलिस ने कार में सिर्फ चार लोगों के होने की बात बतायी है।
उसमें भी दो आरोपियों की ही गिरफ्तारी बतायी गयी है। रायपुर साइबर सेल और पुलिस का कहना है कि उसे हाईटेक जांच में क्लू मिला है कि दो अन्य आरोपियों को झारखंड पुलिस ने अपने पास ही रखा था।
रायपुर साइबर सेल और गुढ़ियारी पुलिस का कहना है कि झारखंड पुलिस ने पांच अक्टूबर को चोरों से 25 लाख रुपये की चांदी पकड़े जाने का खुलासा बांसजोर में किया।
झारखंड पुलिस ने चोरों के पकड़े जाने की खबर दो दिन दबाये रखी। मीडिया में खबर प्रकाशित होने के बाद रायपुर पुलिस को इसकी सूचना मिली। रायपुर के पुलिस अफसरों ने जब संपर्क किया, तब बांसजोर चौकी के स्टाफ ने यह जानकारी दी।
उसके बाद आनन-फानन में रायपुर से पुलिस की टीम बांसजोर रवाना की गयी। अफसर जब बांसजोर पहुंचे, तो केवल दो चोर और 25 लाख रुपये की चांदी बरामद होने की जानकारी पाकर हैरान रह गये।
उसी समय अफसरों ने बांसजोर चौकी के इंचार्ज को चोरों के पूरे लोकेशन की जानकारी दी और बताया कि वे तीन अक्टूबर को ही पकड़े जा चुके हैं। लेकिन, बांसजोर पुलिस ने इसे गलत करार दिया।
चोरी के आरोपी बोले- पुलिस ने रख लिया चोरी का माल
रायपुर पुलिस के मुताबिक, सिमडेगा की बांसजोर चौकी की पुलिस ने मोफीजुल शेख और मोजीब-उर-शेख नाम के दो आरोपियों की गिरफ्तारी दिखायी थी। इन दोनों आरोपियों को रायपुर साइबर सेल की टीम रायपुर ले आयी और उनसे पूछताछ की।
इसमें दोनों आरोपियों ने पुलिस को बताया कि गुढ़ियारी में चोरी करके भागने के बाद वे सभी अगले ही दिन, यानी तीन अक्टूबर को दिन के 11 बजे बांसजोर चौकी की नाकेबंदी में पकड़े गये थे।
आरोपियों का कहना है कि उन लोगों ने चोरी किये गये सभी जेवरात बैग में रखे थे। जब वे बांसजोर चौकी की पुलिस द्वारा पकड़े गये, तो पुलिस ने पूरा बैग अपने कब्जे में ले लिया था।
उसके बाद सभी आरोपियों को दो दिनों तक पुलिस चौकी में रखा गया था। उनके बाकी साथी कहां हैं, इस बारे में ये दोनों आरोपी कुछ भी नहीं बता पाये।
हालांकि, ये आरोपी इस बात से हैरान जरूर थे कि जब उनके द्वारा चुराये गये पूरे 80 लाख रुपये कीमत के जेवरात पुलिस ने ही जब्त कर लिये थे, तो अब पुलिस सिर्फ 25 लाख रुपये के जेवरात जब्त किये जाने की बात कैसे कह रही है।
बहरहाल, रायपुर पुलिस ने झारखंड के आला अफसरों से पूरे इनपुट के साथ इस पूरी घटना की शिकायत की है। प्रारंभिक जांच में रायपुर पुलिस का इनपुट सही पाने के बाद ही बांसजोर चौकी प्रभारी पर कार्रवाई करने के साथ ही जांच के आदेश दिये गये हैं।